दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर को कार धमाका केस में कई बड़े खुलासे हुए हैं। फरीदाबाद से गिरफ्तार आतंकी मॉड्यूल में शामिल डॉ. शाहीन शाहिद ने कबूला है कि वह अपने साथी आतंकी डॉक्टरों के साथ मिलकर देश भर में हमलों की साजिश रच रही थी।
By: Arvind Mishra
Nov 12, 202510:39 AM

नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
लाल किले के सामने हुए कार धमाके पर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। हमले के मुख्य आतंकी मुजम्मिल ने जांच एजेंसियों को बताया कि उसने और उमर ने मिलकर लाल किले के सामने धमाके की साजिश रची थी, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई। जांच एजेंसियां मुजम्मिल से पूछताछ कर रही हैं। साथ ही उसके फोन का डेटा भी खंगाला जा रहा है। हालांकि, इस बीच मुजम्मिल ने पुलिस के सामने अपनी सभी साजिशों का पर्दाफाश किया है। मुजम्मिल ने अगले साल 26 जनवरी-2026 को एक बड़े धमाके की साजिश रची थी। मुजम्मिल अपने सभी साथियों के साथ मिलकर 26 जनवरी 2026 को लाल किले समेत दिल्ली की कई जगहों पर ब्लास्ट की तैयारी कर रहा था। मुजम्मिल ने जांच एजेंसियों के सामने यह भी कबूला है कि वो दीवाली के दौरान भीड़भाड़ वाले इलाकों में धमाका करने वाला था, लेकिन बाद में उन्होंने हमले को पोस्टपोन कर दिया और दीवाली की बजाए 26 जनवरी को धमाका करने की योजना बनाई थी।
सालों बाद दिल्ली को दहलाने की कोशिश में जुटे आतंकी नेटवर्क की जड़ तक पुलिस को कुछ पोस्टरों ने पहुंचाया। हालिया वर्षों के सबसे बड़े आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पुलिस ने 2,900 किलो आईईडी बनाने की सामग्री, असॉल्ट राइफलें, पिस्तौल, रसायन, इलेक्ट्रॉनिक्स और ज्वलनशील पदार्थ बरामद किए हैं। इस पूरे मामले की तह तक पुलिस को श्रीनगर में लगे कुछ पोस्टरों ने पहुंचाया। दरअसल, दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास 10 नवंबर को कार धमाका केस में कई बड़े खुलासे हुए हैं। फरीदाबाद से गिरफ्तार आतंकी मॉड्यूल में शामिल डॉ. शाहीन शाहिद ने कबूला है कि वह अपने साथी आतंकी डॉक्टरों के साथ मिलकर देश भर में हमलों की साजिश रच रही थी।
दिल्ली में आतंकी हमले का खतरा अभी टला नहीं हैं। अभी भी एक आतंकी दिल्ली में बेलगाम घूम रहा है। ये खुलासा घटनास्थल के पास पार्किंग और घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों से हुआ है। एक आतंकी लाल रंग की ईको स्पोटर्स कार से घूम रहा है। इस कार का रजिस्ट्रेशन नंबर दिल्ली का है। ऐसे में दिल्ली पुलिस समेत देश की सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मचा हुआ है। जांच में आई इस बात के बाद पूरी दिल्ली में हाई अलर्ट कर दिया गया है। दावा किया जा रहा है कि आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का फरीदाबाद मोड्यूल के संदिग्ध फरीदाबाद में पुलिस की दबिश बढ़ने के बाद दिल्ली में दो कारों से पहुंचे थे। एक कार, जोकि हरियाणा नंबर की है, से लालकिले के सामने बम धमाका किया गया है। जबकि दूसरी कार अभी दिल्ली में बेलगाम घूम रही है। इस कार का रजिस्ट्रेशन नंबर-डीएल-10 सीके 045.. हैं। ये ईको स्पोर्टस कार हैं और इसका रंग लाल है।
शाहीन ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह पिछले दो सालों से विस्फोटक जमा कर रही थी। शाहीन और उसके साथी फरीदाबाद के वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल से जुड़े थे। यह मॉड्यूल जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़ा है। फरीदाबाद की अल फलाह विवि से आॅपरेट हो रहा था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को मॉड्यूल के सिलसिले में हरियाणा के मेवात से इश्तियाक नाम के एक मौलवी को गिरफ्तार। उसे श्रीनगर लाया गया है। वह अल फलाह यूनिवर्सिटी कैंपस में एक किराए के मकान में रह रहा था। उसके घर से 2,500 किलो से ज्यादा अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर बरामद किया था।
मंगलवार रात कश्मीर से एक और डॉक्टर को भी गिरफ्तार किया गया। उसकी पहचान डॉ. तजामुल के रूप में हुई है। वह श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल में काम करता है। ब्लास्ट मामले में कश्मीर का यह 5वां डॉक्टर है, जिसे पकड़ा गया है। अब तक 10 लोग गिरफ्तार हुए हैं।
इधर, दावा किया जा रहा है कि कार ने किसी टारगेट को टक्कर नहीं मारी, न किसी बिल्डिंग में घुसी, यानी यह सुसाइड कार बॉम्बिंग जैसा हमला नहीं था। उमर विस्फोट में मारा जा चुका है। पुलिस ने उसकी मां का डीएनए सैंपल लिया है, ताकि धमाके के अवशेष में मिले शव के टुकड़ों की पहचान हो सके।
इधर, दिल्ली में लाल किला के पास सोमवार शाम को जिस आई-20 कार में ब्लास्ट हुआ था। उसे सबसे पहले राजधानी के बड़े इलाकों में देखा गया था। इस कार को लाल किला से पहले कनॉट प्लेस और मयूर विहार में देखा गया था। आतंकी उमर नबी द्वारा इस कार को पार्किंग में तीन घंटे तक खड़ा किया गया था।