पूरे शहर में दुकानों से ज्यादा सामान पटरी तक रख कर बेच रहे कारोबारी
By: Gulab rohit
Nov 12, 202510:55 PM
गंजबासौदा। शहर की सड़कों पर पसंरा बाजार, पटरियों पर फैली दुकानदारी और हर गली-चौराहे पर जाम से लोग परेशान हैं। नगर पालिका अब सख्त हो गई है। दुकानों के आगे रखे सामान और सड़क तक फैले अतिक्रमण को हटाने के लिए मुनादी कराई गई है। के साफ चेतावनी दी गई है कि सात की दिन में सामान नहीं हटाया तो क जब्ती और जुर्माना लगेगा। नगर हर की लगभग हर मुख्य सड़क पर दुकानदारों ने फुटपाथ और पटरी पर कब्जा कर लिया है। जहां की पहले पैदल चलने की जगह थी, वहां अब काउंटर, ठेले और ने फर्नीचर रख दिए गए हैं। ग्राहक अपने वाहन सड़क पर खड़े करते र हैं। इससे पार्किंग की जगह खत्म हो गई है और सड़कें जाम से भर जाती हैं।
स्मार्ट सिटी योजना के तहत कालाबाग से स्वरूप नगर रेलवे फाटक तक दोनों ओर 12-12 फीट चौड़ी सड़क बनाई गई थी। मकसद था कि यातायात सुगम - हो। लेकिन दुकानदारों ने यहां भी सामग्री रखकर कब्जा जमा लिया है। डिवाइडर और बिजली के खंभों के बीच बची जगह अब वाहनों के निकलने लायक नहीं रह गई है। सड़कों का वन-वे बनना भी नाकाफी साबित हो रहा है। दुकानों के सामने रखे सामान से यातायात और अधिक बाधित हो गया है। अब देखना यह है कि नगर पालिका की चेतावनी का असर होता है या फिर सड़कों पर फिर वही अतिक्रमण और जाम का नजारा दोहराया जाएगा।
हर मुख्य मार्ग पर जाम के बनते हैं हालात
स्टेशन रोड, बरेठ रोड, त्योंदा रोड, शासकीय अस्पताल मार्ग, कन्या उच्चतर माध्यमिक स्कूल, पुराना विजय टॉकीज और सावरकर चौक सहित नगर के सभी जगहों पर दिनभर जाम जैसे हालात बने रहते हैं। पारासरी पुल से लेकर पुलिस क्वार्टर तक तो पूरा फर्नीचर बाजार ही सड़क पर चल रहा है। जैसे ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होती है, दुकानदार सामान समेट लेते हैं और कार्रवाई रुकते ही दोबारा सजा देते हैं।
किराए पर दिए जा रहे ठेले और काउंटर
अब स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि दुकानदार अपनी दुकानों के आगे की खाली जगह भी किराए पर देने लगे हैं। कई व्यापारी सड़कों के किनारे ठेले और काउंटर खड़े करवाकर उनसे 15, हजार से 20, हजार महीना तक वसूल रहे हैं। यह नया पेटेंट मॉडल अब पूरे शहर में फैल चुका है। इससे न सिर्फ अतिक्रमण बढ़ा, बल्कि सड़कों का आकार भी सिकुड़ गया। खास बात यह है कि नगर पालिका और सरकारी जमीन का पैसा दुकानदारों की जेब में जा रहा।
फुटपाथ और पटरी का अता-पता नहीं
हालात ऐसे हैं कि जितना सामान दुकानों के भीतर है, उतना ही सड़क पर। इससे फुटपाथ व पटरी का पता नहीं चलता। नगर की लगभग सभी सड़कों पर फर्श, शो-रूम का फर्नीचर, कपड़े और प्लास्टिक सामग्री
खुले में सजी हैं। पहले भी नगर पालिका ने अभियान चलाकर सामान हटवाया था, लेकिन कार्रवाई थमते ही दुकानदारों ने दोबारा कब्जा जमा लिया। नगर पालिका ने दुकानदारों को अपनी सीमा तय करने के लिए पेंट की लाइन बनाकर दी थी, मगर अधिकांश ने नियमों को ताक पर रख दिया। जैसे ही नपा की कार्रवाई शुरू होती है, कई लोग जनप्रतिनिधियों तक पहुंच जाते हैं और कार्रवाई पर ब्रेक लग जाता है।
नपा की सख्त चेतावनी
नगर पालिका अब बार-बार चेतावनी नहीं देगी। मुख्य नगर पालिका अधिकारी के आदेश पर पूरे शहर में मुनादी कराई गई है। सात दिन में दुकान के आगे से सामग्री नहीं हटाई गई तो नपा का अतिक्रमण दस्ते द्वारा जब्ती कार्रवाई की जाएगी और जुर्माना भी वसूला जाएगा।
बरूणेंद्र चौबे, अतिक्रमण दस्ता प्रभारी, नपा,
गंजबासौदा।