जानें कौन हैं नेविल टाटा, जो हाल ही में सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में शामिल हुए हैं। 32 वर्षीय नेविल टाटा, नोएल टाटा के बेटे, अब टाटा ग्रुप की महान विरासत को आगे बढ़ाएंगे।
By: Ajay Tiwari
Nov 12, 20254:24 PM
बिजनेस डेस्क. स्टार समाचार वेब
भारत के 150 वर्ष पुराने, सबसे बड़े औद्योगिक घरानों में से एक, टाटा समूह (Tata Group) ने देश को दूरदर्शी नेतृत्व प्रदान किया है - जमशेदजी टाटा से लेकर जेआरडी टाटा और रतन टाटा तक। अब, इस महान व्यावसायिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए, पाँचवी पीढ़ी के युवा उद्यमी नेविल टाटा का आगमन हुआ है।
नोएल टाटा के बेटे और टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा को प्रतिष्ठित सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट (SDTT) के बोर्ड में शामिल किया गया है। यह नियुक्ति टाटा समूह की दिग्गज इकाई में नई पीढ़ी के प्रवेश को चिह्नित करती है। नेविल इससे पहले ही जेआरडी टाटा ट्रस्ट और टाटा सोशल वेलफेयर ट्रस्ट में अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
32 वर्षीय नेविल टाटा की यह महत्वपूर्ण बोर्ड नियुक्ति, उनके पिता नोएल टाटा के टाटा ट्रस्ट्स के अध्यक्ष नियुक्त होने के लगभग एक वर्ष बाद हुई है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि: नेविल, नोएल टाटा और आलू मिस्त्री के बेटे हैं।
शिक्षा: उन्होंने बेयस बिज़नेस स्कूल से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है।
ट्रस्ट भूमिकाएँ: वह वर्तमान में जेआरडी टाटा ट्रस्ट, टाटा सोशल वेलफेयर ट्रस्ट और आरडी टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में कार्यरत हैं, और उन्हें जल्द ही सर रतन टाटा ट्रस्ट में भी शामिल किए जाने की संभावना है।
व्यावसायिक भूमिका: नेविल टाटा वर्तमान में टाटा समूह की रिटेल शाखा, ट्रेंट हायपर मार्केट (जो 'स्टार बाज़ार' चेन का संचालन करती है) में बिज़नेस हेड के रूप में कार्यरत हैं।
अपने पिता नोएल टाटा की तरह ही, नेविल टाटा ने भी मीडिया से काफी दूरी बनाए रखी है। वह टाटा समूह से जुड़े सार्वजनिक कार्यक्रमों में कम ही नज़र आते हैं, लेकिन समूह की हर महत्वपूर्ण बैठक में उनकी उपस्थिति अनिवार्य रहती है। उनकी दो बड़ी बहनें, 40 वर्षीय लिहा और 37 वर्षीय माया भी समूह की कंपनियों - इंडियन होटल्स और टाटा डिजिटल - से जुड़ी हुई हैं।
नेविल टाटा की यह नियुक्ति उस समय हुई है जब टाटा संस के बोर्ड में नामित निदेशकों के चयन को लेकर ट्रस्टियों के बीच हाल ही में कुछ मतभेद देखने को मिले थे। ऐसे में, नेविल की नियुक्ति को नोएल टाटा द्वारा टाटा ट्रस्ट में अपने नेतृत्व को और अधिक मजबूत करने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।