तिरुवनंतपुरम से नई दिल्ली आ रही एअर इंडिया की एक फ्लाइट को उस वक्त चेन्नई डायवर्ट करना पड़ा, जब क्रू को रास्ते में खराब मौसम के कारण संदिग्ध तकनीकी खराबी का पता चला। एयरलाइन ने पुष्टि की है कि उड़ान चेन्नई में सुरक्षित उतर गई और विमान की जरूरी जांच की जा रही हैं।
By: Arvind Mishra
Aug 11, 202551 minutes ago
तिरुवनंतपुरम से नई दिल्ली आ रही एअर इंडिया की एक फ्लाइट को उस वक्त चेन्नई डायवर्ट करना पड़ा, जब क्रू को रास्ते में खराब मौसम के कारण संदिग्ध तकनीकी खराबी का पता चला। एयरलाइन ने पुष्टि की है कि उड़ान चेन्नई में सुरक्षित उतर गई और विमान की जरूरी जांच की जा रही हैं। इस विमान में केरल से सासंद और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ-साथ यूडीएफ कन्वेनर अदूर प्रकाश, सीनियर कांग्रेस नेता के सुरेश, के राधाकृष्णन और तमिलनाडु के सांसद रॉबर्ट ब्रूस सवार थे। दरअसल, केरल के तिरुवनंतपुरम से दिल्ली आ रही एअर इंडिया की फ्लाइट एआई 2455 को टेक्निकल एरर और खराब मौसम की वजह से चेन्नई डाइवर्ट करना पड़ा। इस फ्लाइट में कांग्रेस के कई सांसदों समेत करीब 100 यात्री सवार थे, जिनमें सांसद केसी वेणुगोपाल भी शामिल थे। वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर सोमवार को दावा किया कि यह यात्रा भयावह रूप से त्रासदी के करीब पहुंच गई थी। उन्होंने कहा कि फ्लाइट पहले से ही लेट थी और उड़ान भरने के बाद तेज और अप्रत्याशित टबुर्लेंस का सामना करना पड़ा। करीब एक घंटे बाद कैप्टन ने फ्लाइट सिग्नल फॉल्ट की जानकारी दी और विमान को चेन्नई डाइवर्ट कर दिया।
कांग्रेस सांसद के मुताबिक, लगभग दो घंटे तक फ्लाइट चेन्नई एयरपोर्ट के ऊपर क्लियरेंस का इंतजार करती रही। पहली कोशिश में लैंडिंग के दौरान रनवे पर पहले से ही एक अन्य विमान मौजूद था। उस समय कैप्टन के त्वरित निर्णय से विमान को ऊपर खींच लिया गया और सभी यात्रियों की जान बच गई। फ्लाइट दूसरी कोशिश में सुरक्षित उतरी। वेणुगोपाल ने कहा-हमें स्किल और किस्मत दोनों ने बचाया, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा किस्मत पर निर्भर नहीं हो सकती।
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने भी वेणुगोपाल की पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा कि वह शॉक्ड और डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि एआई-2455 फ्लाइट में टबुर्लेंस, फ्लाइट सिग्नल फॉल्ट और चेन्नई में रनवे पर लगभग टक्कर जैसी स्थिति बनी। उन्होंने पीएम मोदी और नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू को टैग करते हुए कहा कि यात्री सुरक्षा किस्मत पर नहीं छोड़ी जा सकती और तुरंत जवाब और कार्रवाई की मांग की।
इधर, एअर इंडिया ने बयान जारी कर दोनों सांसदों के दावों को खारिज किया है। एयरलाइन ने कहा-चेन्नई डाइवर्जन एक प्रीकॉशनरी कदम था, जो संदिग्ध टेक्निकल इश्यू और खराब मौसम की वजह से लिया गया। पहली कोशिश में लैंडिंग के समय चेन्नई एटीसी ने गो-अराउंड का निर्देश दिया, लेकिन इसका कारण रनवे पर कोई अन्य विमान होना नहीं था। एअर इंडिया ने कहा कि हमारे पायलट ऐसे हालात से निपटने के लिए प्रशिक्षित होते हैं और इस फ्लाइट में भी सभी मानक प्रक्रियाओं का पालन किया गया। कंपनी ने इस घटना को यात्रियों के लिए असहज अनुभव बताते हुए खेद जताया।