भारतीय मूल के तीन उम्मीदवारों ने अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी को बड़ी जीत दिलाई है और पिछले साल नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पहली हार का सामना करना पड़ा है।
By: Sandeep malviya
Nov 05, 20255:38 PM
न्यूयॉर्क। भारतीय मूल के तीन उम्मीदवारों ने अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी को बड़ी जीत दिलाई है और पिछले साल नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पहली हार का सामना करना पड़ा है। जोहरान ममदानी, आफताब पुरेवाल और गजाला फिरदौस हाशमी उन प्रमुख डेमोक्रेट नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने न्यूयॉर्क सिटी, सिनसिनाटी और वर्जीनिया में अहम चुनाव जीते हैं।
इन तीनों नेताओं को ऐसे समय में जीत मिली है, जब डेमोक्रेटिक पार्टी लगातार चुनावी झटकों का सामना कर रही थी। इसलिए इस जीत का राजनीतिक और प्रतीकात्मक दोनों दृष्टि से बड़ा महत्व है। हालांकि, ट्रंप ने खुद इन चुनाव को नहीं लड़ा, लेकिन उन्होंने कई उम्मीदवारों का समर्थन किया था। न्यूयॉर्क में ट्रंप ने पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो को समर्थन दिया था। ट्रंप ने यहां तक कहा था कि अगर ममदानी जीतेंगे तो वह संघीय फंड रोक देंगे। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्जीनिया समेत कई राज्यों में आधे से ज्यादा मतदाताओं ने कहा कि उनका वोट ट्रंप की नीतियों के खिलाफ संदेश देने के लिए था, खासकर टैरिफ और आव्रजन नीति। फिलहाल भारतीय मूल के तीन नेताओं की जीत ने सियासी माहौल बदल दिया है और रिपब्लिकन पार्टी की गति को रोक दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नतीजे 2026 के मध्यवर्ती चुनावों और 2028 के राष्ट्रपति चुनावों पर क्या असर डालता है।
जोहरान ममदानी- न्यूयॉर्क शहर के नए मेयर
अमेरिका के सबसे अहम मेट्रो शहरों में शुमार न्यूयॉर्क में डेमोक्रेटिक पार्टी को बड़ी जीत मिली। उसके उम्मीदवार भारतवंशी जोहरान ममदानी को यहां मेयर चुनाव में जीत मिली। ममदानी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एंड्रयू कुओमो को शिकस्त दी। कुओमो इस चुनाव में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन हासिल कर चुके थे। इसके बावजूद उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ ममदानी न्यूयॉर्क सिटी के पहले मुस्लिम और भारतीय-अमेरिकी मेयर के तौर पर शपथ लेंगे। बता दें कि उनके प्रतिद्वंद्वी एंड्रयू कुओमो के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप हैं, जिनका उन्हें नुकसान उठाना पड़ा। इन्हीं आरोपों के चलते चार साल पहले एंड्रयू कुओमो को गवर्नर पद से इस्तीफा देना पड़ा था। वहीं निवर्तमान मेयर एरिक एडम्स ने प्राइमरी चुनाव बतौर निर्दलीय लड़ा। पहले एरिक एडम्स डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद उन्हें निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरना पड़ा।
मेयर पद की दौड़ में एंड्रयू कुओमो की दावेदारी मजबूत थी
जाना-पहचाना नाम, मजबूत राजनीतिक संपर्क और फंड इकट्ठा करने की काबिलियत थी। हालांकि, डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रगतिशील नेताओं और समर्थकों ने जोहरान ममदानी पर दांव लगाया। ममदानी ने प्रचार के दौरान शहर में रहने की बढ़ती लागत को मुद्दा बनाया। साथ ही डेमोक्रेटिक पार्टी के दो वरिष्ठ प्रगतिशील नेताओं रिप्रजेंटेटिव एलेक्जेंड्रिया ओकिशियो कोर्टेज और सीनेटर बर्नी सेंडर्स का भी समर्थन मिला। न्यूयॉर्क को डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ माना जाता है।
न्यूयॉर्क सिटी के नए मेयर जोहरान ममदानी भारतीय
अमेरिकी फिल्मकार मीरा नायर के बेटे हैं। उनकी मां मीरा नायर एक प्रसिद्ध फिल्म निमार्ता हैं, जबकि उनके पिता महमूद ममदानी कोलंबिया विश्वविद्यालय में मानवशास्त्र के प्रोफेसर हैं और उनकी जड़ें गुजरात से जुड़ी हैं। जोहरान का जन्म युगांडा की राजधानी कंपाला में हुआ और जब वे सात साल के थे तो उनके माता-पिता उन्हें न्यूयॉर्क ले आए। साल 2018 में ममदानी को अमेरिकी नागरिकता मिली। ममदानी ने इसी साल सीरियाई मूल की महिला से शादी की है। राजनीति में आने से पहले ममदानी ने बतौर काउंसलर काम किया। ममदानी ने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया कि वे शहर के एक प्रतिशत अमीरों पर टैक्स लगाएंगे, जो सालाना 10 लाख डॉलर से ज्यादा कमाते हैं और उस पैसे से मध्यम और निम्न वर्गीय लोगों को सस्ते घर और सस्ता रहन-सहन उपलब्ध कराएंगे। न्यूयॉर्क दुनिया के सबसे महंगे शहरों में शुमार होता है।