गिलगित-बाल्टिस्तान के पहाड़ी क्षेत्र में हिमस्खलन से 11 लोगों की मौत, कई घायल
पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में शनिवार को हिमस्खलन की घटना हो गई। इस हादसे में खानाबदोश जनजाति के 11 लोगों की मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने कहा कि हिमस्खलन की घटना अस्तोर जिले में शाउंटर दर्रे के चंबेली क्षेत्र में हुई।

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में शनिवार को हिमस्खलन की घटना हो गई। इस हादसे में खानाबदोश जनजाति के 11 लोगों की मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने कहा कि हिमस्खलन की घटना अस्तोर जिले में शाउंटर दर्रे के चंबेली क्षेत्र में हुई। मरने वालों में चार महिलाएं और चार साल का एक बच्चा भी शामिल है। पुलिस के मुताबिक, हिमस्खलन के बाद स्थानीय लोगों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया गया। बाद में पाकिस्तानी सेना के जवान बचाव अभियान में शामिल हुए।
25 लोग मवेशियों के साथ पीओके से जा रहे थे अस्तोर
बचाव अधिकारियों ने बताया कि गुर्जर परिवार के 25 लोग अपने मवेशियों के साथ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से अस्तोर जा रहे थे, तभी वे हिमस्खलन की चपेट में आ गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां 12 की हालत गंभीर बनी हुई है।
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इससे पहले, क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक तुफैल मीर ने कहा कि दुर्गम इलाका होने के कारण बचाव दल को प्रभावित क्षेत्र तक पहुंचने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना की टुकड़ी फोर्स कमांड उत्तरी क्षेत्र बचाव अभियान में सहायता के लिए हेलीकॉप्टर सेवा, राहत सामग्री और पैरामेडिकल स्टाफ प्रदान किया, लेकिन खराब मौसम के कारण उन्हें साइट पर नहीं भेजा जा सका। अधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन बचाव अभियान की बारीकी से निगरानी कर रहा है, जबकि अस्तोर जिला अस्पताल और संयुक्त सैन्य अस्पताल स्कार्दू में इमरजेंसी लागू कर दी गई है।
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गिलगित-बाल्टिस्तान के मुख्य सचिव मोहिउद्दीन वानी ने हिमस्खलन की पुष्टि करते हुए कहा कि बचाव दल मौके पर मौजूद है और प्रभावितों की मदद कर रहे हैं। वहीं, गिलगित-बाल्टिस्तान के मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद खान ने हिमस्खलन में लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया है। साथ ही उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को बचाव अभियान शुरू करने का निर्देश दिया। उन्होंने आंतरिक सचिव, गिलगित-बाल्टिस्तान आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के महानिदेशक और अन्य अधिकारियों से घटना की तुरंत जांच करने के आदेश दिए हैं।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने लोगों की मौत पर जताया दुख
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ट्वीट कर हिमस्खलन में लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया और कहा कि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के कारण पाकिस्तान में ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जैसे विकासशील देशों को ऐसे हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए पूरी दुनिया को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
आपको बता दें कि 8,000 मीटर से अधिक ऊंची दुनियाभर की 14 चोटियों में से पांच इसी क्षेत्र में स्थित हैं। इसके अलावा, गिलगित-बाल्टिस्तान में 7,000 से अधिक ग्लेशियर हैं और यहां अक्सर हिमस्खलन, भूस्खलन और हिमनदी झील के फटने की घटनाएं होती हैं।