लोन देकर ठगी व ब्लैकमेलिंग: फर्जी कॉल सेंटर से लोन बांटने वाले चार जालसाज गुरुग्राम से गिरफ्तार

देशभर में अब तक सैकड़ों युवक-युवतियों बना चुके है अपना शिकार, ब्लैकमेल करने के लिए लोगों के मोबाईल की गैलरी व कोन्ट्रेक्ट लिस्ट का एक्सेस लेते थे आरोपी, So far, hundreds of youths have made their victims across the country, the accused used to take access to the gallery and contract list of people to blackmail.

लोन देकर ठगी व ब्लैकमेलिंग: फर्जी कॉल सेंटर से लोन बांटने वाले चार जालसाज गुरुग्राम से गिरफ्तार

भोपाल। राजधानी की सायबर क्राइम पुलिस ने चाईनीज मैसेजर के माध्यम से फर्जी लोन एप्प से शॉर्ट टर्म लोन देकर लोगों के मोबाईल की गैलरी व कोन्ट्रेक्ट लिस्ट का एक्सेस लेकर ब्लैकमेल करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने दिल्ली के पास गुरुग्राम में तीन फर्जी कॉल सेंटर बनाकर वारदातों को अंजाम दे रहे थे। चारों आरोपी देशभर में लोगों को शॉर्ट टर्म लोन बांटने के बाद राशि वापस मांगते समय गाली-गलौच करते और आवेदक की एडीट की गई अश्लील फोटो व वीडियो बनाकर रिश्तेदारों को भेजने की धमकी पैसो की मांग कर ब्लेकमैल कर रहे थे। आरोपियों ने देशभर के अलग-अलग शहरों से लोन लेने वाले लोगों को ब्लैकमेल कर करोड़ों रूपए वसूल कर चुके हैं।

पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अमित कुमार सिंह के मुताबिक 10 जून 2021 को भानपुर निवासी कुणाल वेद (34) ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसने लोन एप्प के माध्यम से लोन लिया था। जिसको आवेदक के द्वारा लोन चुका दिया था। जिसके बाद भी लोन की रकम वापस करने लिये अज्ञात व्यक्तियों उसे व उसके रिश्तेदारो को फोन कर अनर्गल बातें व मैसेज कर रहे हैं। इतना ही नहीं आरोपी उसकी एडीट की गयी अश्लील फोटो सोशल मीडिया के जरिए रिश्तेदारों भेजने की धमकी देकर पैसो की मांग ब्लैकमेन कर रहे हैं। फरियादी युवक ने बदनामी के डर से आरोपियों को 35 हजार रूपए दे दिए थे। इसके बाद भी आरोपी लगातार उसे धमकी दे रहे हैं। इस शिकायत पर सायबर पुलिस ने अज्ञात मोबाईल व वाट्सअप धारकों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज किया।

ठगी का तरीका-ए-वारदात
अति. पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि पकड़े गए आरोपी कपिल, शिवकुमार सिंह, मुकेश पोरवाल, कुलदीप लोन रिकवरी के नाम पर ठगी करते थे। आरोपी कॉल सेन्टर संचालक कपिल के पास चाईनीज मैसेजर के माध्यम से फर्जी लोन एप्प का लोन का डाटा आता था। जिसमे उसको rocket loan, sharp loan, loancube, simple loan, my loan, cash loan, happy wallet  जैसी विभिन्न लोन कम्पनी का लोन रिकवरी की लोन की लिंक व यूजर मेल आईडी दिया करते थे, जिस पर आरोपी मोबाईल के जरिए फोन लगा कर बात करते थे। आरोपियों के पास कस्टूयमर-की होती थी। जिसमे उसका मोबाइक नंबर व दो ईमरजेंसी नंबर या किसी-किसी में उसकी पूरी कोन्टेक्ट डिटेल भी होती थी। आरोपी लोन लेने बाले व्यक्ति को कॉल कर लोन चुकाने का बोलते, अगर वह रकम जमा करने में समय मांगता था तो उसके साथ गाली-गलौच करते और कान्टेक्ट डिटेल में लोन लेने बाले के रिश्तेदारों-दोस्तों को कॉल तथा व्हाट्सअप मैसेज करके उससे लोन जमा करने के लिए बोलते थे। इसके बाद भी जब कस्टमर पेमेंट नहीं करता था तो वह कस्टमर की फोटो को अश्लील फोटो में एडिट कर उसकी कान्टेक्ट लिस्ट में भेजने की धमकी देते थे, अगर फिर भी कस्टमर पैसे नहीं देता था तो उसकी एडिट की हुई अश्लील फोटो कान्टेक्ट लिस्ट के लोगों को व्हाट्सअप के माध्यम से भेज देते थे।

बेसमेंट में बना रखा था कॉल सेंटर

एसीपी अक्षय चौधरी की टीम ने गुरुग्राम के बेसमेंट में छिपकर चल रहे फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा था। ये आरोपी अभी तक देश के सैंकड़ों युवक युवतियों के साथ करोड़ों रुपए की ब्लैकमेलिंग कर चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चार डायलर सिम बॉक्स, 70 सिम, आठ मोबाइल फोन, एक आइपैड, तीन लैपटॉप, एक कम्प्यूटर और 15 हार्डडिस्क बरामद की है। पकड़े गए कॉल सेंटर संचालक कपिल कुमार बीसीए , शिवकुमार सिंह 11वीं, मुकेश पोरवाल 12वीं और कुलदीप ने 12वीं तक पढ़ाई की है। आरोपी करनाल, मुरैना और गाजियाबाद के रहने वाले हैं। 

यहां करें शिकायत
यदि आप इस प्रकार के किसी गिरोह के शिकार बन गए हैं तो पुलिस से सहायता मांगे। सायबर काइम संबंधित घटना होने की सूचना भोपाल सायबर क्राइम के हेल्पलाइन नम्बर 9479990636 अथवा राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 155260 पर दें। पुलिस समय रहते आपकी सहायता करेगी।