इस्तांबुल मेयर एकरेम इमामोग्लू, जिन्हें राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन का प्रमुख प्रतिद्वंदी माना जाता है, उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में चार महीने पहले गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह इजमिर शहर के मेयर और 137 नगर पालिकाओं के प्रमुखों को भी हिरासत में रखा गया है।
By: Sandeep malviya
Jul 05, 202518 hours ago
अंकारा। तुर्किये में विपक्ष का दमन जारी है। इसी के तहत शनिवार को तुर्किये के दक्षिणी शहरों के तीन मेयर्स को गिरफ्तार किया गया। सरकार द्वारा गिरफ्तार किए गए विपक्षी नेताओं की सूची में तीन और नए नाम जुड़ गए हैं। इससे पहले मार्च में तुर्किये के प्रमुख शहर इस्तांबुल के मेयर को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।
रिश्वतखोरी के मामले में हुई कार्रवाई
शनिवार को गिरफ्तार नेताओं में अदियामान शहर के मेयर अब्दुल रहमान तुतडेरे, अदाना नगर पालिका के प्रमुख जेदान कारालार को शनिवार सुबह हिरासत में लिया गया। दोनों नेता तुर्किये की मुख्य विपक्षी पार्टी रिपब्लिकन पीपल्स पार्टी या सीएचपी के सदस्य हैं। सीएचपी से ही जुड़े और अनताल्या शहर के मेयर मुहीत्तिन बोकेक को भी रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। कारालार को इस्तांबुल में पकड़ा गया, वहीं तुतडेरे को राजधानी अंकारा से गिरफ्तार किया गया। तुतडेरे ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि उन्हें इंस्तांबुल ले जाया जा रहा है।
मार्च में इस्तांबुल के मेयर को भी किया गया था गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि संगठित अपराध, रिश्वत जैसे मामलों में कारालार और तुतडेरे समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ क्या आरोप लगे हैं, उनकी जानकारी अभी सामने नहीं आई हैं, लेकिन विपक्षी पार्टियों से जुड़े नेताओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। इस्तांबुल मेयर एकरेम इमामोग्लू, जिन्हें राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन का प्रमुख प्रतिद्वंदी माना जाता है, उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में चार महीने पहले गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह इजमिर शहर के मेयर और 137 नगर पालिकाओं के प्रमुखों को भी हिरासत में रखा गया है। इन सभी को धोखाधड़ी के कथित मामले में गिरफ्तार किया गया है।
इस्तांबुल मेयर ही दे सकते हैं एर्दोआन को चुनौती
इससे पहले भी कई विपक्षी नेता जेल में हैं और कई महीने बीत जाने के बाद भी उनके खिलाफ मुकदमे की कार्यवाही शुरू नहीं हो सकी है। तुर्किये के मानवगात शहर के मेयर को भी शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद तुर्किये में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन भी हुए थे। ये विरोध प्रदर्शन बीते एक दशक में सबसे बड़े प्रदर्शन थे। तुर्किये में साल 2028 में आम चुनाव होने हैं। ऐसे में विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई को विरोधियों को मिटाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।