प्रतिनिधिमंडल से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, यह महत्वपूर्ण आदान-प्रदान भारत द्वारा ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के भविष्य के सत्र की मेजबानी करने के अवसर और व्यवहार्यता का पता लगाने के उद्देश्य से किया गया था।
By: Prafull tiwari
Jul 01, 202510:03 PM
लुसाने। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पी टी उषा और गुजरात के खेल राज्य मंत्री हर्ष संघवी के साथ एक प्रतिनिधिमंडल ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अधिकारियों से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने ‘भारत में भविष्य में ओलंपिक खेलों की मेजबानी के अवसरों का प्रयास किया।
बता दें कि आईओसी की नयी अध्यक्ष क्रिस्टी कोवेंट्री ने घोषणा की थी कि मेजबान चयन की पूरी प्रक्रिया रोक दी गई है और भावी मेजबान की पहचान के लिए ‘उचित समय’ का पता लगाने के लिए एक कार्य समूह का गठन किया जा रहा है। इसके बावजूद प्रतिनिधिमंडल यहां आया था। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि 2036 खेलों की मेजबानी करने का इरादा रखने वाले भारत के अधिकारियों का बातचीत में शामिल होने के लिए स्वागत है। प्रतिनिधिमंडल में आईओए (भारतीय ओलंपिक संघ), केंद्रीय खेल मंत्रालय और गुजरात सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे। भारत खुद को भावी मेजबान के रूप में पेश कर रहा है।
इस प्रतिनिधिमंडल से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, यह महत्वपूर्ण आदान-प्रदान भारत द्वारा ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों के भविष्य के सत्र की मेजबानी करने के अवसर और व्यवहार्यता का पता लगाने के उद्देश्य से किया गया था। यहां हुई बातचीत ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल को अहमदाबाद में भविष्य के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए अपनी दृष्टि स्पष्ट करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया। इसमें कहा गया है कि यह बातचीत से मिले अनुभव भारतीय टीम को ‘अपनी महत्वाकांक्षा को गति’ देने में मददगार होगा।
उषा ने कहा, ओलंपिक आंदोलन के साथ भारत का जुड़ाव एक परिवर्तनकारी समय में है, एक ऐसा क्षण जो प्रतिस्पर्धी खेलों से परे होकर ओलंपिज्म (खेलों के माध्यम से शांति, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान) की सच्ची भावना को अपनाना और बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, भारत में होने वाले ओलंपिक खेल न केवल एक शानदार आयोजन होंगे, बल्कि वे सभी भारतीयों के लिए एक पीढ़ीगत प्रभाव डालने वाले आयोजन होंगे। सांघवी ने कहा कि राज्य खेलों की मेजबानी के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, खेलों में हमारा निवेश और ओलंपिक आंदोलन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता इसका प्रमाण है। खेलों की मेजबानी गुजरात के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जो अभूतपूर्व विकास को बढ़ावा देगा और नयी पीढ़ी को प्रेरित करेगा। कोवेंट्री ने कहा कि भविष्य के प्रस्तावों पर आगे बढ़ने से पहले कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों को लगा कि पहले से तय किए गए भावी मेजबानों लॉस एंजिल्स (2028 ग्रीष्मकालीन खेल), ब्रिस्बेन (2032 ग्रीष्मकालीन खेल), फ्रेंच आल्प्स (2030 शीतकालीन खेल) के अनुभव का अध्ययन किया जाना चाहिए। भारत ने पिछले साल अक्टूबर में 2036 खेलों की मेजबानी के लिए एक आशय पत्र प्रस्तुत किया था।