बालेश्वर में हुए ट्रैन हादसे को लेकर खरगे ने सरकार पर लगाए गंभीर, पीएम मोदी को लिखा पत्र  

ओडिशा के बालेश्वर में हुआ रेल हादसा देश का का तीसरा सबसे बड़ा हादसा बताया जा रहा है। इस हादसे में 275 लोगों की मौत हो चुकी है। अब इस हादसे को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है और विपक्षी नेता इसे लेकर सरकार पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है। इस पत्र में खरगे ने कई गंभीर सवाल उठाए हैं।  

बालेश्वर में हुए ट्रैन हादसे को लेकर खरगे ने सरकार पर लगाए गंभीर, पीएम मोदी को लिखा पत्र  

नई दिल्ली। ओडिशा के बालेश्वर में हुआ रेल हादसा देश का का तीसरा सबसे बड़ा हादसा बताया जा रहा है। इस हादसे में 275 लोगों की मौत हो चुकी है। अब इस हादसे को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है और विपक्षी नेता इसे लेकर सरकार पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है। इस पत्र में खरगे ने कई गंभीर सवाल उठाए हैं।  

खरगे ने पत्र में उठाए ये गंभीर सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में लिखा कि रेलवे को बुनियादी तौर पर मजबूत करने के बजाय खबरों में बने रहने के लिए ऊपरी तौर पर ही बदलाव किए जा रहे हैं। खरगे ने आरोप लगाया कि लगातार गलत फैसलों की वजह से रेल का सफर असुरक्षित बन गया है। 

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खरगे ने आरोप लगाया कि रेलवे में तीन लाख पद खाली हैं। पूर्वी तट रेलवे में, जहां ये हादसा हुआ, वहां भी 8278 पद खाली हैं। खरगे ने दावा किया कि कई वरिष्ठ पदों पर भी तैनाती नहीं हुई हैं। खरगे ने सवाल किया कि बीते नौ सालों में इन रिक्तियों को क्यों नहीं भरा गया?

खरगे ने पत्र में लिखा कि रेलवे बोर्ड खुद इस बात को स्वीकार कर चुका है कि लोको पायलट्स पर काम का दबाव ज्यादा है क्योंकि कर्मचारियों की कमी की वजह से उन्हें कई घंटे अतिरिक्त काम करना पड़ता है। खरगे ने कहा कि लोको पायलट रेल सुरक्षा के लिए अहम होते हैं, ऐसे में उनकी रिक्तियां क्यों नहीं भरी जा रहीं?

कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि 8 फरवरी 2023 को मैसूर में हुए हादसे के बाद साउथ वेस्ट जोनल रेलवे के संचालन अधिकारी ने रेलवे के सिग्नल सिस्टम को दुरुस्त करने की जरूरत बताई थी, लेकिन उस चेतावनी को रेल मंत्रालय ने क्यों दरकिनार किया?

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कमीशन ऑफ रेलवे सेफ्टी की सलाह को रेलवे बोर्ड ने दरकिनार किया
पीएम मोदी को लिखे पत्र में कांग्रेस नेता ने लिखा कि कमीशन ऑफ रेलवे सेफ्टी की सलाह को रेलवे बोर्ड ने दरकिनार किया। जांच में पता चला है कि 8-10 प्रतिशत रेल हादसों की ही कमीशन ऑफ रेलवे सेफ्टी (CRS) द्वारा जांच की गई है। खरगे ने पूछा कि सीआरएस को मजबूत और स्वायत बनाने की दिशा में कदम क्यों नहीं उठाए गए?

खरगे ने आरोप लगाया कि ट्रैक के रखरखाव पर ध्यान नहीं दिया गया। खरगे ने सवाल किया कि रेल बजट को आम बजट से क्यों मिलाया गया? खरगे ने कहा कि इससे रेलवे की स्वायतता प्रभावित हुई और उसके फैसले लेने की क्षमता भी प्रभावित हुई है। 

 

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रेलवे के महज 4 प्रतिशत रूट ही कवच सिस्टम से लैस हैं
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि रेलवे के महज 4 प्रतिशत रूट ही कवच सिस्टम से लैस हैं। खरगे ने पूछा कि सरकार ने अभी तक रेलवे को पूरी तरह से कवच सिस्टम से लैस क्यों नहीं किया है? 

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने सवाल किया कि जब रेल मंत्री कह चुके हैं कि ओडिशा रेल हादसे का मूल कारण पता चल गया है तो फिर सीबीआई जांच की मांग क्यों की जा रही है? खरगे ने कहा कि रेलवे में तकनीकी, सेफ्टी, सिग्नलिंग के विशेषज्ञों की कमी है।