आईएटीए के नए अध्यक्ष बने इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स, भारतीय एविएशन बाजार को होगा फायदा

भारतीय की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स को इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष बन गए हैं। वे इस पद पर 2024 तक बने रहेंगे। एल्बर्स मौजूदा अध्यक्ष Rwandair के सीईओ, यवोन मन्जी माकोलो का स्थान लेंगे।

आईएटीए के नए अध्यक्ष बने इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स, भारतीय एविएशन बाजार को होगा फायदा

नई दिल्ली। भारतीय की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स को इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष बन गए हैं। वे इस पद पर 2024 तक बने रहेंगे। एल्बर्स मौजूदा अध्यक्ष Rwandair के सीईओ, यवोन मन्जी माकोलो का स्थान लेंगे।

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क्या है IATA?
IATA का पूरा नाम इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन है। यह दुनिया की एयरलाइन का सबसे बड़ा संगठन है। इसमें करीब 300 विमान कंपनियां हैं, जिनकी दुनिया के एयर ट्रैफिक में हिस्सेदारी 83 प्रतिशत की है।

IATA की वेबसाइट के मुताबिक, संगठन एविएशन गतिविधियों को सपोर्ट करता है और एविएशन के गंभीर मुद्दों पर पॉलिसी बनाने में मदद करता है।

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आईएटीए की स्थापना क्यूबा के हवाना में 19 अप्रैल, 1945 को हुई थी। स्थापना के समय आईएटीए में 31 देशों से 57 सदस्य थे, जिसमें से अधिकतर यूरोप और नॉर्थ अमेरिका से थे। आज के समय 120 देशों के 300 सदस्य इस ग्रुप का हिस्सा हैं।

एयर इंडिया भी बोर्ड ऑफ गवर्नर्स का हिस्सा बना
पिछले हफ्ते इस्तांबुल में आयोजित आईएटीए एजीएम में टाटा संस के स्वामित्व वाली एयर इंडिया को बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के लिए चुना गया है। कई वर्षों के अंतराल के बाद बोर्ड में एयर इंडिया का शामिल होना भारतीय विमानन उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

 

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आईएटीए में मजबूत होगा भारतीय पक्ष
एयर इंडिया के शामिल होने के बाद आईएटीए में भारतीय पक्ष मजबूत होगा। इसमें पहले ही से इंडिगो भारतीय प्रतिनिधि के रूप में शामिल था। इससे आईएटीए के बोर्ड को भारतीय नजरिए के हिसाब से सुझाव मिलेंगे।

मौजूदा समय में भारतीय बाजार दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते हुए एविएशन के बाजारों में से एक है। आईएटीए में भारतीय प्रतिनिधित्व बढ़ने से भारतीय एविएशन बाजार को लाभ होगा।