मालदीव: चीनी शोध जहाज हिंद महासागर से मालदीव के पास आया

उच्च तकनीक वाला जहाज 'जियांग यांग होंग 03' पर था भारत का एतराज

मालदीव: चीनी शोध जहाज हिंद महासागर से मालदीव के पास आया

माले। चीनी जहाज मालदीव के पास पहुंच गया है। भारत और श्रीलंका के जहाजों के साथ इस जहाज के मालदीव आने के कारण मुद्दा संवेदनशील है। भारत ने इस मामले में श्रीलंका पर दबाव बनाने का भी प्रयास किया। इस रास्ते पर जहाजों का आवागमन- हिंद महासागर के रास्ते होने वाले व्यापार की सुरक्षा से भी जुड़ा है। हिंद महासागर में एक महीना गुजारने के बाद चीनी अनुसंधान जहाज मालदीव के पास पहुंच गया है। भारत ने चीनी अनुसंधान जहाज की आवाजाही को लेकर चिंता व्यक्त की थी। खबरों के मुताबिक भारत ने श्रीलंका पर इस बात का दबाव भी बनाया था कि इस जहाज को कोलंबो बंदरगाह पर खड़ा करने की अनुमति न दी जाए। रिपोर्ट्स के मुताबिक उच्च तकनीक वाला जहाज 'जियांग यांग होंग 03' उसी दिन मालदीव पहुंचा जब भारतीय और श्रीलंकाई तटरक्षक दल के जहाज त्रिपक्षीय नौसैनिक अभ्यास के लिए मालदीव पहुंचे हैं। समुद्री परिवहन पर नजर रखने वाली वेबसाइट के हवाले से आई खबर के मुताबिक चीनी पोत जियांग यांग होंग 03 गुरुवार सुबह माले शहर के करीब पहुंचा।

14 जनवरी को शुरू हुआ था सफर; गुरुवार को माले पहुंचा चीन जहाज
समाचार पोर्टल एडिशन डॉट एमवी के हवाले से पीटीआई ने बताया कि दोपहर के आसपास चीनी शोध जहाज थिलाफुशी के पास देखा गया। अधाधू डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक इस जहाज की यात्रा विगत 14 जनवरी को शुरू हुई थी। मालदीव के विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र (एऐ) के पास लगभग एक महीना बिताने के बाद चीनी जहाज गुरुवार को माले पहुंचा। 22 जनवरी के बाद जहाज आम ट्रैकिंग वेबसाइट पर नहीं दिखने की खबरें भी आईं। खबरों के मुताबिक चीनी जहाज जब इंडोनेशिया में था तो इसके ट्रैकिंग सिस्टम को बंद कर दिया गया था।

उपग्रह एआईएस ट्रैंकिंग से जहाज के मूवमेंट का विश्लेषण
चीनी शोध जहाज के मालदीव आने पर पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक उपग्रह एआईएस ट्रैंकिंग का उपयोग कर अधाधु ने चीनी जहाज- 'जियांग यांग होंग 03' जहाज के सफर का विश्लेषण किया। इसके मुताबिक चीनी जहाज बाद में मालदीव के ईईजेड पर था। जहाज ने ईईजेड के पास लगभग एक महीना बिताया था।

महासागरों से डेटा जुटा रहा है ड्रैगन
चीनी जहाज- जियांग यांग होंग 03 के संबंध में अमेरिकी थिंक-टैंक ने गंभीर आरोप लगाए हैं। अमेरिका का कहना है कि चीन के 'वैज्ञानिक अनुसंधान' जहाजों का एक विशाल बेड़ा सैन्य मकसद से हिंद महासागर क्षेत्र सहित महासागरों से डेटा जुटा रहा है। विशेष रूप से पनडुब्बी का संचालन किया जा रहा है।