अमीरों-गरीबों के बीच की खाई और बढ़ी, भारत में 1% अमीरों के पास देश की 40% से अधिक सम्पत्ति
भारत में अमीरों और गरीबों के बीच की खाई बढ़ गई है। इसे लेकर ऑक्सफैम की रिपोर्ट (Oxfam Report) में खुलासा किया गया है। भारत में 1% अमीरों के पास देश की 40% सम्पत्ति है। ऑक्सफैम ने अपने नए रिपोर्ट में कहा है कि भारत में सबसे अमीर एक प्रतिशत के पास अब देश की कुल संपत्ति का 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है, जबकि नीचे की आधी आबादी के पास कुल संपत्ति का केवल 3 प्रतिशत हिस्सा है।

- ऑक्सफैम की रिपोर्ट में खुलासा
नई दिल्ली। भारत में अमीरों और गरीबों के बीच की खाई बढ़ गई है। इसे लेकर ऑक्सफैम की रिपोर्ट (Oxfam Report) में खुलासा किया गया है। भारत में 1% अमीरों के पास देश की 40% सम्पत्ति है। ऑक्सफैम ने अपने नए रिपोर्ट में कहा है कि भारत में सबसे अमीर एक प्रतिशत के पास अब देश की कुल संपत्ति का 40 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है, जबकि नीचे की आधी आबादी के पास कुल संपत्ति का केवल 3 प्रतिशत हिस्सा है।
भारत के संदर्भ में विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक (World Economic Forum Annual Meeting) के पहले दिन दावोस में अपनी वार्षिक असमानता रिपोर्ट (Annual Inequality Report) जारी करते हुए ऑक्सफैम इंटरनेशनल ने कहा कि भारत के दस सबसे अमीरों पर 5 प्रतिशत टैक्स लगाने से बच्चों को स्कूल वापस लाने के लिए पूरा पैसा मिल सकता है।
भारत के गरीब चुका रहे अधिक टैक्स
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के गरीब अधिक टैक्स चुका रहे हैं। वे अमीरों की तुलना में आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर अधिक खर्च कर रहे हैं। अब समय आ गया है कि अमीरों पर टैक्स लगाया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि वे अपने उचित हिस्से का भुगतान करें।
सिर्फ 2 फीसदी टैक्स से कुपोषित लोगों को भोजन
ऑक्सफैम इंटरनेशनल की सर्वाइवल ऑफ द रिचेस्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर भारत के अमीरों की संपत्ति पर 2 फीसदी की दर से एक बार टैक्स लगाया जाए, तो इससे देश में अगले तीन साल तक कुपोषित लोगों के भोजन के लिए 40,423 करोड़ रुपये की जरूरत को पूरा किया जा सकेगा। वहीं, देश के 10 सबसे अमीर अरबपतियों पर 5 प्रतिशत का एक बार का टैक्स लगाने से 1.37 लाख करोड़ रुपये मिलेंगे। यह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (86,200 करोड़ रुपये) और आयुष मंत्रालय द्वारा अनुमानित धन से 1.5 गुना अधिक है ( 3,050 करोड़ रुपये)।
Read More: सिस्टम में खराबी या मानवीय भूल हो सकती है नेपाल विमान हादसे की वजह : जांच विशेषज्ञ
महिला श्रमिकों को अभी भी कम मेहनताना
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में लैंगिक असमानता अभी भी कायम है। यहां महिला श्रमिकों को एक पुरुष मजदूर द्वारा कमाए गए प्रत्येक 1 रुपये के मुकाबले केवल 63 पैसे मिलते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत में अरबपतियों की कुल संख्या 2020 में 102 से बढ़कर 2022 में 166 हो गई। ऑक्सफैम ने कहा कि महामारी से लेकर नवंबर 2022 तक, भारत में अरबपतियों की संपत्ति में वास्तविक रूप से 121 प्रतिशत या 3,608 करोड़ रुपये प्रति दिन की वृद्धि हुई है।