यूपीआई लेनदेन के बाजार वितरण में कुछ प्रमुख ऐप्स का दबदबा बना हुआ है। लेनदेन की मात्रा के मामले में, फोनपे अनुमानित 9.6 अरब लेनदेन के साथ बाजार में अग्रणी रहा, उसके बाद 7.4 अरब लेनदेन के साथ गूगल पे और 1.6 अरब लेनदेन के साथ पेटीएम तीसरे स्थान पर रहा।
By: Prafull tiwari
Sep 09, 202516 hours ago
नई दिल्ली । यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) नेटवर्क ने अगस्त 2025 में 20 अरब से ज्यादा लेनदेन प्रोसेस किए है, यह पहला मौका जब यूपीआई लेनदेन ने इस आंकड़े को छुआ है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इन लेनदेन का कुल मूल्य 24.85 लाख करोड़ रुपए था।
यूपीआई लेनदेन के बाजार वितरण में कुछ प्रमुख ऐप्स का दबदबा बना हुआ है। लेनदेन की मात्रा के मामले में, फोनपे अनुमानित 9.6 अरब लेनदेन के साथ बाजार में अग्रणी रहा, उसके बाद 7.4 अरब लेनदेन के साथ गूगल पे और 1.6 अरब लेनदेन के साथ पेटीएम तीसरे स्थान पर रहा।
कुल लेनदेन मूल्य में उनकी हिस्सेदारी भी इसी तरह की रही, जिसमें फोनपे की हिस्सेदारी 48.64 प्रतिशत, गूगल पे की हिस्सेदारी 35.53 प्रतिशत और पेटीएम की हिस्सेदारी लगभग 8.5 प्रतिशत रही। इस इकोसिस्टम के अन्य प्लेटफॉर्म में नवी और क्रेड शामिल हैं, जो लेनदेन की मात्रा के हिसाब से शीर्ष पांच ऐप्स में शामिल हैं।
नवी ने लगभग 40.6 करोड़ लेनदेन और क्रेड ने लगभग 21.9 करोड़ लेनदेन प्रोसेस किए। औसतन, यूपीआई नेटवर्क ने पूरे अगस्त में प्रतिदिन 64.5 करोड़ से ज्यादा लेनदेन प्रोसेस किए। अगस्त के यूपीआई लेनदेन के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि खर्च का दायरा वित्तीय भुगतानों और आवश्यक वस्तुओं की ओर ज्यादा है।
सबसे ज्यादा लेन-देन ऋण और प्रतिभूतियों के भुगतान में दर्ज किए गए, जिसमें ऋण वसूली एजेंसियों का लेन-देन मूल्य 77,007 करोड़ रुपए रहा। प्रमुख क्षेत्रों में उपभोक्ता खर्च मजबूत रहा, जिसमें किराना और सुपरमार्केट का योगदान 68,116 करोड़ रुपए रहा। अन्य महत्वपूर्ण श्रेणियों में प्रतिभूति दलालों को भुगतान, दूरसंचार और उपयोगिताओं के लिए भुगतान शामिल थे, जो यूपीआई के विवेकाधीन और गैर-विवेकाधीन, दोनों तरह की खर्च आदतों में गहरे एकीकरण का संकेत देते हैं।