प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गोवा में स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर नौसैनिकों के साथ दिवाली मनाई। यह 12वीं बार है जब पीएम मोदी ने जवानों के बीच जाकर त्योहार मनाया। नौसैनिकों को संबोधित करते हुए, पीएम ने आत्मनिर्भर भारत के प्रतीक आईएनएस विक्रांत की जमकर तारीफ की और कहा कि इसकी मौजूदगी से पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ गई है। उन्होंने भारत की बढ़ती सैन्य शक्ति, स्वदेशी रक्षा उत्पादन और माओवादी हिंसा में आई भारी कमी पर भी बात की। उन्होंने जोर दिया कि अब औसतन हर 40 दिन में एक स्
By: Star News
Oct 20, 20253 minutes ago
पीएम मोदी ने आईएनएस विक्रांत को 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेड इन इंडिया' का एक बड़ा प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि महासागर को चीरता हुआ यह स्वदेशी युद्धपोत भारत की सैन्य क्षमता का प्रतिबिंब है। पीएम ने पाकिस्तान का जिक्र करते हुए कहा कि, "विक्रांत ने अभी पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ा दी थी। जिसका नाम ही दुश्मन का चैन छीन ले, वह आईएनएस विक्रांत है।" उन्होंने नौसेना के नए ध्वज को छत्रपति शिवाजी की प्रेरणा बताते हुए गुलामी के प्रतीक को छोड़ने की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता को सलाम करते हुए कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' में तीनों सेनाओं (थल, जल, नभ) के जबरदस्त समन्वय ने पाकिस्तान को बहुत जल्दी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। उन्होंने कहा कि जिस देश के पास अपने दम पर युद्ध लड़ने का दम होता है, युद्ध के समय उसका पलड़ा भारी होता है, और इसके लिए सेनाओं का आत्मनिर्भर होना आवश्यक है।
पीएम ने आंतरिक सुरक्षा के मोर्चे पर बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि देश अब नक्सली आतंक से मुक्ति की कगार पर है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले देश के लगभग 125 जिले माओवादी हिंसा की चपेट में थे, जो अब घटकर केवल 11 रह गए हैं। उन्होंने घोषणा की कि 100 से ज्यादा जिले माओवादी आतंक से आजाद होकर इस बार खुली हवा में सांस ले रहे हैं और शानदार दिवाली मना रहे हैं। इन क्षेत्रों में अब नए उद्योग, हाईवे और स्कूल बन रहे हैं, जो सुरक्षाबलों के त्याग और तप से संभव हुआ है।
पीएम मोदी ने भारत की बढ़ती स्वदेशी रक्षा उत्पादन क्षमता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "आज औसतन हर 40 दिन में एक स्वदेशी युद्धपोत या पनडुब्बी नौसेना में शामिल की जा रही है।" उन्होंने कहा कि भारत की स्वदेशी ब्रह्मोस और आकाश मिसाइलों ने अपनी क्षमता साबित की है, और कई देश इन मिसाइलों को खरीदना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि भारत का रक्षा निर्यात 30 गुना तक बढ़ गया है, और देश का लक्ष्य है कि वह दुनिया के शीर्ष हथियार और उपकरण निर्यातक देशों में शामिल हो।