कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी (धनतेरस) के शुभ अवसर पर, उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में छह दिवसीय दीपोत्सव का आध्यात्मिक और पारंपरिक रूप से आगाज हो गया है। बाबा महाकाल ने आज सुबह 4 बजे भस्म आरती के लिए भक्तों को दर्शन दिए
By: Ajay Tiwari
Oct 18, 20254 hours ago
हाइलाइट्स
उज्जैन, स्टार समाचार वेब
कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी (धनतेरस) के शुभ अवसर पर, उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में छह दिवसीय दीपोत्सव का आध्यात्मिक और पारंपरिक रूप से आगाज हो गया है। बाबा महाकाल ने आज सुबह 4 बजे भस्म आरती के लिए भक्तों को दर्शन दिए। वीरभद्र जी से आज्ञा लेकर पट खुलने के बाद, पुजारियों ने पंचामृत और फलों के रस से महाकाल का जलाभिषेक किया।
धनतेरस पर आयोजित भस्म आरती की मुख्य विशेषता बाबा महाकाल का अलौकिक भांग श्रृंगार रहा, जिसमें उन्हें नवीन मुकुट, रुद्राक्ष, मुंडमाला और बेलपत्र के साथ चंद्रमा लगाकर दिव्य रूप में सजाया गया। हजारों भक्तों ने इस भव्य रूप के दर्शन किए, जिससे पूरा मंदिर परिसर 'जय श्री महाकाल' के जयघोष से गूंज उठा।
मंदिर के आशीष पुजारी ने बताया कि राजा महाकाल के आंगन में सभी पर्व सबसे पहले मनाने की परंपरा के तहत, दीपोत्सव की शुरुआत हो गई है। अब सभी आरतियों के दौरान भगवान के समक्ष फूलझड़ियाँ जलाई जाएंगी। दीपावली महापर्व के लिए महाकाल मंदिर के शिखर सहित पूरे परिसर को आकर्षक विद्युत सज्जा से रोशन किया गया है, जिससे मंदिर रंग-बिरंगी रोशनी में नहाया हुआ दिखाई दे रहा है।