बच्चे का दुष्कर्म करने वाली शिक्षिका पर प्रतिबंध
प्रेमी के साथ मिलकर दिया था कृत्य को अंजाम
लंदन । जूली मॉरिस टाइल्डस्ले में सेंट जॉर्ज सेंट्रल प्राइमरी स्कूल में सेफगार्डिंग लीड के तौर पर काम करती थी, जब उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर इस कृत्य को अंजाम दिया था। ब्रिटेन की जेल में बंद एक पूर्व शिक्षिका को बड़ी सजा सुनाई गई है। अब वह फिर से कभी पढ़ा नहीं सकेगी। उसे स्थायी रूप से शिक्षण पेशे में लौटने से रोक दिया गया है। दरअसल, एक प्राथमिक स्कूल में उप प्रमुख के रूप में काम करने के दौरान शिक्षिका ने एक बच्चे का दुष्कर्म किया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जूली मॉरिस उस वक्त टाइल्डस्ले में सेंट जॉर्ज सेंट्रल प्राइमरी स्कूल में सेफगार्डिंग लीड के तौर पर काम करती थी, जब उसने अपने प्रेमी डेविड मॉरिस के साथ मिलकर इस कृत्य को अंजाम दिया था।
टीचिंग रेगुलेशन एजेंसी के पास गया मामला
मॉरिस को दोषी ठहराए जाने और सजा सुनाए जाने के बाद इस मामले को टीचिंग रेगुलेशन एजेंसी (टीआरए) को भेजा गया था। मामले की समीक्षा के लिए इस साल 19 फरवरी को तीन व्यक्तियों का एक पैनल बुलाया गया था। वहीं, जूली ने कार्यवाही को सार्वजनिक न कराने का अनुरोध किया था। इस पर उसके बिना उपस्थित हुए कार्यवाही हुई। पैनल ने निष्कर्ष निकाला कि मॉरिस की हरकतें 'एक शिक्षक होने के साथ मौलिक रूप से असंगत' थीं। इसके बाद फैसला लिया गया कि वह अब फिर कभी शिक्षण पेशे में नहीं लौट सकती है। पैनल ने एक रिपोर्ट में कहा, 'जूल एक सेफगार्डिंग के तौर पर स्कूल में काम कर रही थीं। इससे उनका अपराध और अधिक चौंकाने वाला है। भले ही स्कूल में इस कृत्य को अंजाम नहीं दिया गया था। मगर उनका काम बच्चों को सुरक्षा देना था, तब वह खुद एक बच्चे के साथ दुर्व्यवहार करने में लगी हुई थी। ' यह भी पाया कि अगर मॉरिस फिर से अपने पेशे में लौटती हैं तो फिर वह ऐसे अपमानजनक व्यवहार को दोहरा सकती हैं। उनका फिर से वापस स्कूल में लौटना खतरनाक हो सकता है। साथ ही पैनल ने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि उससे जबरन ऐसा कृत्य कराया जा रहा था। पैनल में शामिल डेविड ओटले ने रिपोर्ट में कहा, 'उसके खिलाफ साबित हुए आरोपों की गंभीरता को देखते हुए मैंने फैसला किया है कि मॉरिस फिर से पढ़ाने के लिए अपनी पात्रता की बहाली के लिए आवेदन करने की हकदार नहीं होंगी।'