By: Gulab rohit
Jul 03, 20257 hours ago
गंजबासौदा । नगर और उसके आसपास क्षेत्रों में बारिश का मौसम शुरू होते ही सड़कों पर मवेशियों का जमावड़ा बढ़ गया है। खेतों और सड़कों के किनारे जलभराव की वजह से ये मवेशी सुरक्षित ठिकाने की तलाश में अक्सर मुख्य मांगों पर आकर बैठ जाते हैं, जिससे दुर्घटना की संभावनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। बीते वर्षों में ऐसी ही स्थिति के चलते कई लोग दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं और गंभीर रूप से घायल हुए हैं। खासकर रात के समय जब रोशनी कम होती है, तब सड़क पर बैठे काले रंग के बैल और गायों को देख पाना मुश्किल हो जाता है, जिससे दुपहिया और चार पहिया वाहन चालक अनजाने में इनसे टकरा जाते हैं।
नागरिकों ने लगाया नगर पालिका पर लापरवाही का आरोप
यह स्थिति लगातार बनी हुई है। 'हर साल यही हाल होता है। हम प्रशासन से बार-बार गुहार लगाते हैं, लेकिन मवेशियों को पकड़कर गोशालाओं में शिफ्ट करने की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की जाती। यह कहना है स्थानीय निवासी राजेश मीणा का, जो पिछले साल खुद एक सड़क दुर्घटना में घायल हो चुके हैं। जहां एक ओर नगर पालिका नियमित साफ-सफाई और जलनिकासी की व्यवस्था को लेकर पहले ही सवालों के घेरे में है, वहीं अब आवारा मवेशियों को लेकर भी निष्क्रियता स्पष्ट दिख रही है। दैनिक रूप से सफर करने वाले वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। बारिश में फिसलन भरी सड़?कों और गड्डों के साथ-साथ इन मवेशियों की वजह से खतरा और बढ़ गया है। कई बार तो मवेशी झुंड में आकर बीच सड़क पर घंटों बैठे रहते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बन जाती है।
जमीनी स्तर पर ठोस सुधार नहीं हो रहा
इस विषय पर नगर पालिका के एक अधिकारी से बातचीत में उन्होंने कहा कि 'हम शीघ्र ही विशेष अभियान चलाकर मवेशियों को पकड़ने की कार्रवाई शुरू करेंगे। नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है।।' हालांकि इस प्रकार के वादे पूर्व में भी कई बार किए जा चुके हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस सुधार नहीं दिखा। नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओ ने प्रशासन से मांग की है कि बारिश के मौसम में विशेष निगरानी दल बनाया जाए। मवेशियों को पकड़कर निकटवर्ती गोशालाओं में शिफ्ट किया जाए। मुख्य सड़कों पर रात्रि में रोशनी की व्यवस्था सुधारी जाए। जागरूकता अभियान चलाकर पशु पालकों को जिम्मेदार बनाया जाए। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो आने वाले दिनों में गंभीर दुर्घटनाएं होना तय है।
प्रशासन को चाहिए की बारिश की इस संवेदनशील मौसम में लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए त्वरित कदम उठाए।