By: Gulab rohit
Jul 03, 20258 hours ago
रायसेन। जिले के सांची ब्लॉक के दीवानगंज स्वास्थ्य केंद्र में नर्स द्वारा लापरवाही करने के कारण गर्भ में नवजात की मौत का मामला सामने आया है जहाँ प्रसूता रात भर तड़पती रही और ड्यूटी नर्स रजिस्टर में साईन करके घर चली गई और नवजात की मौत हो गई।इस घटना को लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है और कहा की ड्यूटी पर आई नर्स रजिस्टर पर साइन करके घर चली गई इस कारण नवजात की मौत हो गई।
कलेक्टर के निर्देश पर सीएमएचओ का दौरा
घटना की जानकारी लगते हो रायसेन कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा के निर्देश पर सीएमएचओ डॉ एचएन मांडरे दीवानगंज स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और मामले की जांच में जुटे।आपको बतादे की ग्राम कालीटोर निवासी गोलू जाटव सोमवार रात करीब 10:30 बजे अपनी गर्भवती पत्नी सिमरन जाटव को प्रसव पीड़ा होने पर दीवानगंज स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे थे।
परिजनों का आरोप सिर्फ तसल्ली दी
उन्होंने बताया कि अस्पताल में उन्हें सिर्फ एक दाई ही मिली, जबकि ड्यूटी नर्स वहां मौजूद नहीं थी। परिजनों का कहना है कि उन्हें पूरी रात सिर्फ तसल्ली दी जाती रही,लेकिन मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे बताया गया कि बच्चा गर्भ में ही खत्म हो गया है। गोलू जाटव ने बताया कि उनकी शादी को अभी एक साल ही हुआ था और यह उनका पहला बच्चा था।इस दुखद घटना से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
डॉक्टरों और स्टॉफ की पहले से भारी कमी
गौरतलब है कि दीवानगंज स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर और स्टाफ की पहले से ही भारी कमी है और उस पर ड्यूटी नर्स कमला अहिरवार रजिस्टर पर साइन करके रोज ही अपने घर चली जाती है।और एक ही मेडिकल आॅफिसर है डॉ. पलक पटेरिया जिनकी ड्यूटी महीने में 6 दिन सांची सिविल अस्पताल में होती है, शेष समय उनकी तैनाती दीवानगंज में रहती है। मंगलवार को भी डॉ. पटेरिया सांची में ड्यूटी पर थीं।ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र में स्थायी डॉक्टर और पर्याप्त स्टाफ की मांग करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं तभी रुकेंगी जब चिकित्सा व्यवस्था मजबूत की जाएगी।