1 दिसंबर 2025 (सोमवार) का विस्तृत हिंदी पंचांग। मार्गशीर्ष कृष्ण प्रतिपदा तिथि, रोहिणी नक्षत्र, शुभ मुहूर्त, राहुकाल और दिन के महत्व की पूरी जानकारी।
By: Ajay Tiwari
Dec 01, 20251:25 AM
धर्म डेस्क. स्टार समाचार वेब
सोमवार, 1 दिसंबर 2025 का दिन हिंदू पंचांग के अनुसार कई महत्वपूर्ण योग और तिथियों से युक्त रहेगा। यह दिन मार्गशीर्ष (अगहन) माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि और सोमवार का संयोग है, जो भगवान शिव और चंद्रमा की पूजा के लिए विशेष महत्व रखता है।
पंचांग के अनुसार, इस दिन चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में गोचर करेगा, जो सभी 27 नक्षत्रों में चौथा है और अत्यंत शुभ माना जाता है। रोहिणी नक्षत्र सौंदर्य, स्थायित्व और वृद्धि का प्रतीक है।
नक्षत्र: रोहिणी (सुबह 08:06 बजे तक) उसके बाद मृगशिरा
योग: सिद्ध योग (सुबह 06:15 बजे तक) उसके बाद साध्य योग
करण: बालव (दोपहर 03:07 बजे तक) उसके बाद कौलव
सूर्य मार्गशीर्ष मास में वृश्चिक राशि में स्थित रहेंगे, जबकि चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में गोचर करेंगे, जिससे शुभता बढ़ेगी।
सूर्य राशि: वृश्चिक
चंद्र राशि: वृषभ
किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले शुभ मुहूर्त (राहूकाल से बाहर) का ध्यान रखना अनिवार्य है।
शुभ कार्यों को राहू काल और यमगंड के दौरान टालना चाहिए।
1 दिसंबर 2025 को मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। यह महीना भगवान कृष्ण और चंद्रमा को समर्पित माना जाता है। रोहिणी नक्षत्र में होने के कारण यह दिन कृषि संबंधी कार्य, कला और रचनात्मक कार्यों को शुरू करने के लिए विशेष रूप से शुभ रहेगा। सोमवार होने के कारण भगवान शिव की आराधना भी फलदायी होगी।