धर्म डेस्क. स्टार समाचार वेब
09 नवंबर 2025 रविवार का मास मार्गशीर्ष मास है और दिन कृष्ण-पक्ष की पंचमी तिथि में प्रवेश कर रहा है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आज तिथि देर रात से सामने आ रही है, इसलिए दिन में आरंभ किए जाने वाले कार्यों के लिए शुभ-कालों की जानकारी महत्वपूर्ण होगी। इस दिन सूर्य तुला राशि में स्थित होंगे और चंद्रमा मिथुन राशि में प्रवेश कर चुके हैं, जो इस दिन की विशेष ज्योतिषीय स्थिति को दर्शाता है।
- आज के लिए शुभ मुहूर्त: में अभिजीत मुहूर्त लगभग 11 : 43 से 12 : 26 बजे तक रहेगा, यह समय पूजा-पाठ, आराधना या शुभ कार्य आरंभ करने के लिए उत्तम माना गया है।
- विजय मुहूर्त : लगभग 13 : 53 से 14 : 37 बजे तक रहेगा, इस अवधि में कोई शुभ प्रस्ताव, यात्रा अथवा उद्यम शुरू करना लाभ-प्रद ठहर सकता है।
- शुक्र-संध्या-काल के समय 17 : 30 से 17 : 57 बजे तक गोधूलि मुहूर्त माना गया है, जो घर-परिवार, आरती-दीपआराधना एवं शांत वातावरण में समय व्यतीत करने के लिए उपयुक्त है।
अशुभ काल: राहुकाल लगभग 16 : 09 से 17 : 30 बजे तक रहेगा, इस दौरान नए कार्य, संविदाएँ या यात्रा आरंभ करना अच्छा नहीं माना जाता।
गुलिक-काल एवं यमघंट काल जैसे समय-खंड भी ध्यान देने योग्य हैं—इनमें महत्वपूर्ण निर्णय टालना सुरक्षित रहेगा।
आज उपाय एवं ध्यान-साधना में: विशेष रूप से सूर्यदेव की पूजा करने का समय उत्तम माना गया है, क्योंकि रविवार का दिन है और इसे सूर्य-वार के रूप में देखा जाता है। सूर्य को प्रसन्न करने हेतु लाल चंदन, गुड़-दही का अभिषेक या पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाना शुभ परिणाम देता है। यात्रियों को पश्चिम दिशा से निकलते समय उस दिशा-शूल की स्थिति से सावधान रहना कहा गया है।





