24 नवंबर 2025 (सोमवार) का विस्तृत पंचांग। जानें नवमी तिथि, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र, वैधृति योग, राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का सटीक समय।
By: Star News
Nov 24, 20251:00 AM
धर्म डेस्क. स्टार समाचार वेब
हिंदू पंचांग के अनुसार, 24 नवंबर 2025 का दिन धार्मिक कार्यों और शुभ मुहूर्तों के लिए महत्वपूर्ण है। यह तिथि और वार का संगम आपको दैनिक कार्यों की योजना बनाने में मदद करेगा। यहां 24 नवंबर 2025 का विस्तृत पंचांग प्रस्तुत है, जिसमें तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण और शुभ-अशुभ समय की पूरी जानकारी दी गई है।
24 नवंबर 2025 को सोमवार है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित माना जाता है और इस दिन पूजा-पाठ करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
विक्रम संवत: 2082
शक संवत: 1947
मास: मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष: कृष्ण पक्ष
तिथि: नवमी - (पूरे दिन और रात 01:43 AM तक)
नवमी तिथि को उग्र तिथि माना जाता है, इस दिन कलह, हिंसा और लड़ाई वाले कार्य वर्जित होते हैं।
वार: सोमवार
नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी - (दोपहर 02:44 PM तक)
उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र का स्वामी सूर्य है और यह ध्रुव तथा स्थिर प्रकृति का नक्षत्र है। यह शुभ कार्यों, नींव रखने और स्थायी कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है।
इसके बाद हस्त नक्षत्र शुरू हो जाएगा।
योग: वैधृति - (दोपहर 12:44 PM तक)
वैधृति योग को अशुभ माना जाता है। इस योग में कोई भी नया या मांगलिक कार्य शुरू नहीं करना चाहिए।
इसके बाद विष्कुम्भ योग शुरू होगा।
करण:
तैतिल - (दोपहर 02:18 PM तक)
गर - (रात 01:43 AM तक)
सूर्योदय: 06:48 AM
सूर्यास्त: 05:25 PM
चन्द्रोदय: (नवमी तिथि का चन्द्रोदय नहीं होता है)
चन्द्रास्त: दोपहर 01:48 PM
चंद्र राशि: कन्या (पूरे दिन)
हर दिन कुछ समय शुभ कार्यों के लिए और कुछ समय अशुभ कार्यों के लिए निर्धारित होता है।
| प्रकार | समय | विवरण |
| शुभ मुहूर्त (अभिजीत) | 11:47 AM से 12:30 PM | यह दिन का सबसे शुभ समय होता है, जिसे किसी भी नए कार्य को शुरू करने के लिए उत्तम माना जाता है। |
| अशुभ मुहूर्त (राहुकाल) | 08:08 AM से 09:28 AM | राहुकाल के दौरान सभी प्रकार के शुभ कार्य और यात्राएं वर्जित होती हैं। |
| यमगंड | 10:48 AM से 12:08 PM | |
| गुलिक काल | 01:28 PM से 02:47 PM | |
| दुर्मुहूर्त | 12:30 PM से 01:12 PM और 02:37 PM से 03:20 PM |