साल 2024-25 में 3.27 करोड़ यात्री टिकट कन्फर्म न होने के कारण ट्रेन में सफर नहीं कर पाए। यह समस्या हर साल बढ़ रही है, जो रेलवे में सीटों की भारी कमी को दर्शाता है। हालांकि रेलवे ने टिकट धांधली रोकने के लिए कदम उठाए हैं, पर कन्फर्म सीट की चुनौती बरकरार है। यह चौंकाने वाली जानकारी सूचना का अधिकार के तहत भारतीय रेलवे ने अपने जवाब में दी है।
By: Arvind Mishra
Jul 30, 20252:44 PM
भोपाल। स्टार समाचार वेब
साल 2024-25 में 3.27 करोड़ यात्री टिकट कन्फर्म न होने के कारण ट्रेन में सफर नहीं कर पाए। यह समस्या हर साल बढ़ रही है, जो रेलवे में सीटों की भारी कमी को दर्शाता है। हालांकि रेलवे ने टिकट धांधली रोकने के लिए कदम उठाए हैं, पर कन्फर्म सीट की चुनौती बरकरार है। यह चौंकाने वाली जानकारी सूचना का अधिकार के तहत भारतीय रेलवे ने अपने जवाब में दी है। दरअसल, दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्कों में से एक भारतीय रेलवे में हर दिन करोड़ों यात्री सफर करते हैं। खासकर मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट काफी लंबी होती है। वहीं, पिछले साल 3.27 करोड़ लोगों ने ट्रेन का टिकट तो ले लिया, लेकिन यात्रा के दौरान उनका टिकट कन्फर्म नहीं हो सका। मध्य प्रदेश के नीमच से आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौर ने यह आंकड़े सामने रखे हैं, जो काफी चंताजनक हैं। पिछले 5 साल में बिना कन्फर्म टिकट के यात्रा करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आरटीआई के अनुसार, 2024-25 में ट्रेन की टिकट बुक करने वाले 3.27 करोड़ यात्रियों ने फाइनल चार्ट बनने के बाद पाया कि उनका टिकट कन्फर्म नहीं हुआ है। इससे पता चलता है कि ट्रेन की सीटों और यात्रियों की संख्या में एक बड़ा अंतर है।
आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 में लगभग 3 करोड़ लोग टिकट कन्फर्म न होने की वजह से यात्रा नहीं पाए थे। वहीं, 2022-23 में यह आंकड़ा 2.72 करोड़ और 2021 में 1.65 करोड़ था। जाहिर है, ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट दिन-ब-दिन लंबी होती जा रही है।
साल यात्रियों की संख्या
2024-25 3.27 करोड़
2023-24 2.96 करोड़
2022-23 2.72 करोड़
2021-22 1.65 करोड़
आरटीआई के आंकड़े बताते हैं कि ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ट्रेनों की संख्या सीमित होने की वजह से उन्हें कन्फर्म टिकट नहीं मिल पाता है। भारतीय रेलवे आधुनिकता के साथ-साथ तेजी से तरक्की कर रहा है, लेकिन यात्रियों की मांग पूरी करने में रेलवे अभी भी काफी पीछे है।
पिछले कुछ समय में रेलवे ने बेहतरी की तरफ बढने के कई प्रयास किए हैं। हाल ही में आईआरसीटीसी ने 2.5 करोड़ यूजर आईडी को बंद कर दिया था। वहीं, पहले अब ट्रेनों के चार्ट 24 घंटे पहले बनाए जाते हैं, जिससे यात्रियों को पता चल सके कि उनकी टिकट कंफर्म हुई है या नहीं, पहले यह समय महज 4 घंटे का था।