30 अक्टूबर 2025, गुरुवार का विस्तृत हिन्दू पंचांग। तिथि (अष्टमी/नवमी), नक्षत्र (श्रवण), राहुकाल, शुभ मुहूर्त और गोपाष्टमी पर्व की जानकारी प्राप्त करें।
By: Ajay Tiwari
Oct 30, 20251:29 AM
स्टार समाचार वेब. धर्म डेस्क
जानिए 30 अक्टूबर 2025, गुरुवार (गुरुवार) का विस्तृत हिन्दू पंचांग। यह पंचांग मुख्य रूप से तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण पर आधारित है, जो किसी भी धार्मिक कार्य या शुभ मुहूर्त की जानकारी के लिए महत्वपूर्ण हैं।
तिथि: कार्तिक, शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि सुबह 10:06 बजे (AM) तक रहेगी, इसके उपरांत नवमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी।
विशेष: यह दिन गोपाष्टमी का पर्व भी मनाया जाएगा।
वार: गुरुवार (Guruwar)
शक संवत: 1947 (विश्वावसु)
विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)
मास: कार्तिक (शुक्ल पक्ष)
ऋतु: हेमंत
सूर्योदय: प्रातः 06:31 बजे
सूर्यास्त: सायं 05:37 बजे
चन्द्र राशि: मकर (पूरे दिन और रात)
नक्षत्र: श्रवण नक्षत्र शाम 06:33 बजे (PM) तक रहेगा, इसके उपरांत धनिष्ठा नक्षत्र शुरू हो जाएगा।
योग: शूल योग सुबह 07:21 बजे (AM) तक, इसके बाद गण्ड योग रहेगा।
करण: बव करण सुबह 10:06 बजे (AM) तक, इसके बाद बालव करण रात 10:10 बजे (PM) तक रहेगा।
ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 04:48 बजे से 05:40 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:42 बजे से 12:27 बजे तक
विजय मुहूर्त: दोपहर 01:55 बजे से 02:40 बजे तक
अमृत काल: सुबह 07:56 बजे से 09:37 बजे तक
राहुकाल: दोपहर 01:27 बजे से 02:50 बजे तक
(मान्यता है कि राहुकाल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।)
यमगण्ड: सुबह 06:31 बजे से 07:54 बजे तक
गुलिक काल: सुबह 09:18 बजे से 10:42 बजे तक
दुर्मुहूर्त: सुबह 10:18 बजे से 11:03 बजे तक और दोपहर 02:47 बजे से 03:31 बजे तक
दिशा शूल: दक्षिण