राजधानी भोपाल में एक सनसनीखेज हत्याकांड सामने आया है, जहां एक युवक की उसके ही दोस्त और दो अन्य साथियों ने मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी। मृतक आशीष उईके (25) पुताई का ठेकेदार था। मुख्य आरोपी रंजीत सिंह को शक था कि आशीष का उसकी मां के साथ अफेयर है, इसी शक के चलते उसने दो दिन पहले आशीष को इलाके में न दिखने की चेतावनी दी थी। शनिवार तड़के श्याम नगर मल्टी में आशीष को देखते ही तीनों आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया।
By: Ajay Tiwari
Oct 18, 20255 hours ago
भोपाल। स्टार समाचार वेब.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दोस्ती के रिश्ते को शर्मसार करने वाला एक वीभत्स हत्याकांड सामने आया है। हबीबगंज थाना क्षेत्र की श्याम नगर मल्टी में एक युवक की उसके दोस्त और दो अन्य साथियों ने मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या की वजह मुख्य आरोपी को उसकी मां और मृतक के बीच अफेयर का शक था। मृतक के गले को धारदार हथियार से रेता गया और फिर पत्थर से उसका सिर कुचल दिया गया।
डीसीपी आशुतोष गुप्ता ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक की पहचान आशीष उईके (25) के रूप में हुई है, जो पुताई ठेकेदारी का काम करता था और श्याम नगर मल्टी में रहता था। वहीं, हत्या के मुख्य आरोपी का नाम रंजीत सिंह है, जिसने अपने दो साथी विनय यादव और निखिल यादव के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। आशीष और रंजीत के बीच पुरानी दोस्ती थी, जिसके चलते आशीष का रंजीत के घर आना-जाना था।
दो दिन पहले दी थी जान से मारने की धमकी
पुलिस के मुताबिक, आरोपी रंजीत सिंह को शक था कि उसकी मां और आशीष उईके के बीच कथित तौर पर अफेयर चल रहा है। इसी शक के कारण दो दिन पहले रंजीत ने आशीष से झगड़ा किया था और उसे श्याम नगर मल्टी के आसपास न दिखने की सख्त हिदायत दी थी। साथ ही उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई थी।
खून से लथपथ मिला शव, पुलिस मौके पर शनिवार की तड़के हबीबगंज थाना पुलिस को श्याम नगर मल्टी में एक युवक का खून से लथपथ शव पड़े होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही डीसीपी आशुतोष गुप्ता, एसीपी उमेश तिवारी और हबीबगंज थाने का स्टाफ मौके पर पहुंचा। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। जांच में पाया गया कि मृतक के गले पर धारदार हथियार से रेते जाने के गहरे निशान थे। इसके अलावा, सिर और चेहरे को पास पड़े एक बड़े, खून से सने पत्थर से बेरहमी से कुचला गया था।
आशीष को देखते ही किया हमला
जांच के दौरान मुखबिरों से पुलिस को आरोपियों के बारे में अहम जानकारी मिली। पता चला कि आशीष चेतावनी के बावजूद शनिवार तड़के फिर से रंजीत के घर के पास पहुंचा। इस दौरान रंजीत सिंह पहले से ही अपने दोनों साथी विनय यादव और निखिल यादव के साथ मौजूद था। आशीष को देखते ही तीनों ने एक साथ मिलकर उस पर हमला कर दिया और पुरानी दुश्मनी व शक के चलते उसकी हत्या कर दी।
डीसीपी आशुतोष गुप्ता ने पुष्टि की है कि तीनों आरोपी- रंजीत सिंह, विनय यादव और निखिल यादव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उनसे विस्तृत पूछताछ की जा रही है।