बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ की घटना को लेकर बीजेपी ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है ।बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसे 'एक्सिडेंट' मानने से इनकार करते हुए कहा-यह एक हादसा नहीं था, बल्कि सरकार द्वारा निर्मित भगदड़ थी।
By: Star News
Jun 05, 202511:14 AM
-भगदड़ में 11 की मौत...थाने में शिकायत दर्ज,भाजपा ने मांगा इस्तीफा
बेंगलुरु। पहली बार आईपीएल विजेता बनने वाली रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरु का जश्न बुधवार को बड़े हादसे में बदल गया। विजेता खिलाड़ियों के स्वागत में यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जुटी भीड़ में भगदड़ मचने से 11 की मौत हो गई और 33 लोग जिंदगी और मौत से अस्पताल में जूझ रहे हैं। इधर, सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने कब्बन पार्क थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने सीएम सिद्धारमैया, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और क्रिकेट बोर्ड के पदाधिकारियों पर आईपीसी की धारा 106 के तहत एफआई दर्ज करने की मांग की है। आम आदमी पार्टी कर्नाटक के युवा अध्यक्ष लोहीत हनुमनपुरा ने भी पुलिस में शिकायत दी है। उन्होंने कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन और चिन्नास्वामी स्टेडियम के सीईओ के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। वहीं, भाजपा ने इस्तीफे की मांग की है।
संबित पात्रा बोले-भगदड़ सरकार की लापरवाही
इधर, बेंगलुरु भगदड़ पर भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि यह सिर्फ हादसा नहीं था, बल्कि सरकार की बनाई हुई भगदड़ थी। मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि ऐसे हादसे होते रहते हैं। क्या 11 लोगों की मौत को सामान्य बताया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सीएम और डिप्टी सीएम के बीच मतभेद के कारण यह हुआ। स्टेडियम की क्षमता 35,000 है, फिर 3 लाख लोग कैसे पहुंचे। पात्रा ने सवाल उठाया कि पुलिस ने इजाजत नहीं दी थी, फिर भी कार्यक्रम क्यों हुआ। पुलिस और आयोजकों के बीच तालमेल क्यों नहीं था। सबसे दु:ख की बात यह रही कि जब लोग मर रहे थे, तब भी जश्न चलता रहा।
चश्मदीदों का दावा-जो गिरा, उठ नहीं पाया
चश्मदीदों के मुताबिक जो गिरा, उठ नहीं पाया। भीड़ के चलते एंबुलेंस भी देर से पहुंची। लोग घायलों को सड़क पर ही सीपीआर देते रहे। एबीएम मेडिकल कॉलेज के एक डॉक्टर ने बताया कि मृतकों में ज्यादातर युवा हैं। इसमें 5 महिलाएं और 6 पुरुष हैं। सभी की उम्र 13 से 33 साल के बीच है। इनकी मौत सिर, रीढ़, पेट में गंभीर चोट लगने से हुई।
स्टेडियम बुलाया लेकिन गेट नहीं खोले
दरअसल, स्टेडियम के बाहर यह सूचना फैला दी गई कि टीम का रोड शो रद्द कर दिया गया है और सभी को स्टेडियम में जमा होने के लिए कहा गया और कई महिलाएं बिना किसी टिकट के आई थीं। पुलिस ने महिलाओं को रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी और गेट पर चढ़ने की कोशिश की। 600-700 लोगों ने गेट तोड़ दिए और एक बार में अंदर घुसने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मच गई। कई पीड़ित महिलाएं थीं। हालांकि उनकी मदद करने की कोशिश की गई, लेकिन भीड़ और अराजकता के कारण कुछ भी काम नहीं आया।