आयरलैंड में हाल ही में भारतीय नागरिकों पर बढ़ते नस्लीय हमलों के चलते भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी की है।
By: Sandeep malviya
Aug 01, 20257 hours ago
डबलिन । आयरलैंड में हाल ही में भारतीय नागरिकों पर बढ़ते नस्लीय हमलों के चलते भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी की है। दूतावास ने सभी भारतीयों से सतर्क रहने और विशेष रूप से सुनसान इलाकों में जाने से बचने की अपील की है। डबलिन में हुए बर्बर हमलों के बाद स्थानीय समुदाय ने भी नस्लवाद के खिलाफ प्रदर्शन कर प्रवासियों के साथ एकजुटता जताई है। आयरलैंड में भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें हाल ही में राजधानी डबलिन और उसके आसपास भारतीय नागरिकों पर हुए हमलों को लेकर चिंता जताई गई है। दूतावास ने सभी भारतीयों से सतर्कता बरतने और सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है। एडवाइजरी में कहा गया है, हाल के दिनों में आयरलैंड में भारतीय नागरिकों पर शारीरिक हमलों की घटनाओं में वृद्धि हुई है।
दूतावास ने बताया कि वह इस मुद्दे को लेकर आयरलैंड के संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है। साथ ही सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए उचित सतर्कता बरतें और विशेष रूप से देर रात सुनसान इलाकों में जाने से बचें। भारतीय दूतावास ने आपातकालीन संपर्क के लिए अपना नंबर 0899423734 और ईमेल ूङ्मल्ल२.४िु’्रल्ल@ेीं.ॅङ्म५.्रल्ल भी जारी किया है।
यह एडवाइजरी 19 जुलाई को डबलिन के टालेट उपनगर के पार्कहिल रोड पर एक भारतीय (40 वर्षीय) पर हुए बर्बर हमले के बाद आई है। स्थानीय लोगों ने इस घटना को बेवजह और नस्लीय हिंसा करार दिया। आयरलैंड की पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। भारत के आयरलैंड में राजदूत अखिलेश मिश्रा ने इस हमले पर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया में गहरी चिंता व्यक्त की।
एक सोशल मीडिया पोस्ट में भारतीय दूतावास ने कहा, 'डबलिन के टालेट में एक भारतीय नागरिक पर हुए हालिया हमले को लेकर दूतावास पीड़ित और उसके परिवार के संपर्क में है। उन्हें सभी जरूरी प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही दूतावास आयरलैंड के संबंधित अधिकारियों के संपर्क में भी है।'
स्थानीय समुदाय ने इस नस्लीय हमले की निंदा करते हुए 'स्टैंड अगेंस्ट रेसिज्म' (नस्लवाद के खिलाफ एकजुटता) नाम से एक विरोध प्रदर्शन भी किया और प्रवासियों के प्रति समर्थन जताया। इस सप्ताह की शुरूआत में डबलिन निवासी संतोष यादव ने भी अपने लिंक्डइन अकाउंट पर एक 'नस्लीय हमला" होने की जानकारी साझा की। उद्यमी और एआई विशेषज्ञ यादव ने बताया कि यह कोई एकमात्र घटना नहीं है। उन्होंने भारत और आयरलैंड की सरकारों से इस पर ठोस कदम उठाने की मांग की, ताकि भारतीय नागरिक डबलिन की सड़कों पर बिना डर के चल सकें।
उन्होंने लिखा, रात के खाने के बाद मैं अपने अपार्टमेंट के पास टहल रहा था, तभी छह किशोरों के एक समूह ने पीछे से मुझ पर हमला किया। उन्होंने मेरे चश्मे को तोड़ दिया और फिर मेरे सिर, चेहरे, गर्दन, छाती, हाथ और पैरों पर बेरहमी से हमला किया, जिससे मैं फुटपाथ पर खून से लथपथ गिर पड़ा। मैंने किसी तरह पुलिस को कॉल किया और मुझे एंबुलेंस से ब्लैंचर्ड्सटाउन अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने मेरे गाल की हड्डी में फ्रैक्चर की पुष्टि की और अब मुझे विशेषज्ञ से इलाज के लिए रेफर किया गया है।
उन्होंने आगे लिखा, यह एकमात्र मामला नहीं है। डबलिन में बसों, आवासीय इलाकों और सार्वजनिक सड़कों पर भारतीय पुरुषों और अन्य अल्पसंख्यकों पर नस्लीय हमले बढ़ रहे हैं। फिर भी सरकार चुप है। इन हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही। वे खुलेआम घूम रहे हैं और फिर से हमला करने की हिम्मत रखते हैं।