देश में मानसूनी बारिश ने पहाड़ों पर तबाही मचा दी है। मंगलवार को उत्तराखंड में बादल फटने के बाद बुधवार को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर स्थित तंगलिंग में भी बादल फटने की घटना सामने आई है। हालांकि, हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इससे पहले मंगलवार रात में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर भी लैंडस्लाइड हुई।
By: Arvind Mishra
Aug 06, 20254 hours ago
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
देश में मानसूनी बारिश ने पहाड़ों पर तबाही मचा दी है। मंगलवार को उत्तराखंड में बादल फटने के बाद बुधवार को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर स्थित तंगलिंग में भी बादल फटने की घटना सामने आई है। फिलहाल यहां बाढ़ जैसे हालात हैं। घटना का एक भयावह वीडियो सामने आया है, जिसमें पहाड़ से चट्टान और मलबे का सैलाब नीचे सड़क पर गिरते दिखा। अचानक आई बाढ़ से कैलाश यात्रा रूट पर दो पुल बह गए। बाकी का रास्ता भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके कारण कैलाश यात्रा रोक दी गई है। कई श्रद्धालु फंसे हुए हैं। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की टीम ने जिपलाइन की मदद से 413 तीर्थयात्रियों को बचाया है। किन्नौर के रिब्बा गांव के पास रालडांग खड्ड में भी बादल फटा। इससे नेशनल हाईवे-5 भी बंद हो गया है। हाईवे के 150 मीटर हिस्से पर कीचड़ और बड़े-बड़े पत्थर जमा हो गए हैं। हालांकि, हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इससे पहले मंगलवार रात में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर भी लैंडस्लाइड हुई।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन के बाद 600 से ज्यादा छोड़ी-बड़ी सड़कें बंद हैं। चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग, कालका-शिमला और पठानकोट-कांगड़ा राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण यातायात बंद है। कुल्लू, शिमला, मंडी, सोलन, चंबा समेत करीब पूरे राज्य में जगह-जगह सड़कें और पेयजल परियोजनाएं प्रभावित हुए हैं। कोल बांध से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। शिमला, मंडी, सोलन और कुल्लू में सभी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस यहां बचाव अभियान चला रही है। अब तक 413 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। दरअसल, तांगलिंग क्षेत्र में किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर बादल फटने के कारण ट्रैक का बड़ा हिस्सा बह जाने से सैकड़ों यात्री फंस गए थे। इसके बाद आईटीबीपी की 17वीं वाहिनी की टीम ने 413 श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। बचाव अभियान में आईटीबीपी टीम के साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल भी जुटी हुई है।
इधर, मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बिलासपुर, सोलन, शिमला, सिरमौर और मंडी जिले में कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है। चंबा, कांगड़ा, हमीरपुर, ऊना, लाहौल स्पीति, कुल्लू और किन्नौर में भी मध्यम से तेज बारिश का अनुमान है। 11 अगस्त तक प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत से अब तक अलग-अलग हादसों में 192 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें लापता लोग भी शामिल है। भारी बारिश से कई सड़कों, घरों और पेयजल परियोजनाओं को नुकसान पहुंचा है, जिससे राज्य में 1,852 करोड़ की निजी व सरकारी संपत्ति की क्षति हुई है। लोक निर्माण विभाग को 971 करोड़ और जलशक्ति विभाग को 633 करोड़ का नुकसान हुआ है।