बलूचिस्तान के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि सेवाओं पर प्रतिबंध लगाने का ये फैसला प्रांत में सुरक्षा अलर्ट और मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया है।
By: Sandeep malviya
Nov 13, 20256:22 PM
कराची। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में गृहयुद्ध जैसे हालात गहराते जा रहे हैं। पाकिस्तानी सेना की ओर से आम नागरिकों की हत्याओं और बलोच नेताओं के अपहरण की घटनाओं के बीच बलूचिस्तान में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी सुरक्षा अलर्ट के बाद राजधानी क्वेटा को छोड़कर पूरे बलूचिस्तान प्रांत में इंटरनेट बैन लगा दिया गया है।
बलूचिस्तान प्रांत की सरकार के गृह विभाग की ओर से बुधवार (12 नवंबर, 2025) को जारी अलर्ट के बाद 16 नवंबर, 2025 तक के लिए मोबाइल इंटरनेट को बैन कर दिया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग एन-70 के लोरलाई खंड तक गाड़ियों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी गई है। ये रोक 14 नवंबर तक जारी रहेगी।
अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सेवाओं पर प्रतिबंध लगाने का ये फैसला प्रांत में सुरक्षा अलर्ट और मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया है। अधिकारियों ने ये भी एलान किया कि क्वेटा के कैंटोनमेंट इलाके के सारे स्कूल सुरक्षा कारणों से 16 नवंबर तक बंद रहेंगे।
बलूचिस्तान प्रांत के अधिकारियों ने कहा, ''प्रांत के सारे ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद रहेगी। क्वेटा में ये प्रतिबंध लागू नहीं होगा।'' हालांकि बुधवार को क्वेटा में कई इंटरनेट यूजर्स ने सेवाओं के काम न करने की शिकायत दर्ज कराई थी। गृह विभाग की ओर से सारे जिला प्रशासनों, पुलिस और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस फैसले को तत्काल लागू कराया जाए। इसके साथ ही जनता के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया।
बलूचिस्तान में लंबे समय से बलोच आर्मी की ओर से पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाया जाता रहा है। वहीं जवाबी कार्रवाई पाकिस्तानी सेना भी बलोच नेताओं और कार्यकतार्ओं के साथ आम नागरिकों पर भी जुल्म ढाने में कोई कोताही नहीं बरतती है.18 सितंबर, 2025 को पाकिस्तानी सेना ने बलूचिस्तान के जेहरी इलाके में एयरस्ट्राइक की थी, जिसमें 3 आम नागरिक मारे गए थे।