सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में रेल सुविधाओं के विकास और रेल नेटवर्क के विस्तार को गति प्रदान करने के लिए डबल इंजन सरकार पूरी तरह संकल्पित भाव से कार्य कर रही है। वर्तमान में देश का स्वर्णिम काल चल रहा है।
By: Star News
May 29, 20259:50 PM
भोपाल। सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में रेल सुविधाओं के विकास और रेल नेटवर्क के विस्तार को गति प्रदान करने के लिए डबल इंजन सरकार पूरी तरह संकल्पित भाव से कार्य कर रही है। वर्तमान में देश का स्वर्णिम काल चल रहा है। पीएम मोदी का मानना है कि देश में रेल से अच्छा यातायात का कोई अन्य साधन नहीं है। इस नाते केंद्र सरकार रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाते हुए प्रदेश में अलग-अलग रेलवे ट्रैक को विस्तार दे रही है। इसी क्रम में आर्थिक मामलों की केंद्रीय मंत्रिमंडलीय समिति ने रतलाम से नागदा के बीच रेलवे मल्टीट्रैकिंग परियोजना को स्वीकृति दी है जो मप्र के लिए बड़ी सौगात है। इससे मालवा अंचल में न सिर्फ रेल कनेक्टिविटी बढ़ेगी, बल्कि अर्थव्यवस्था को लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने नई रेल परियोजना के लिए प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्री अश्निनी वैष्णव का आभार माना। दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को रेल परियोजनाओं की स्वीकृति से संबंधित प्रेस वार्ता में पन्ना से वर्चुअली जुड़े।
हर साल बचेगा 7.5 करोड़ लीटर डीजल
रेल मंत्री वैष्णव ने बताया कि रतलाम से नागदा के बीच तीसरी और चौथी रेल लाइन बिछाने से प्रतिवर्ष 7.5 करोड़ लीटर डीजल की बचत होगी। रतलाम-नागदा मल्टीट्रैकिंग परियोजना से पर्यावरण को भी लाभ पहुंचेगा। इससे 38 करोड़ किलोग्राम कार्बन डाइआॅक्साइड का उत्सर्जन रोका जा सकेगा। कार्बन उत्सर्जन के लिहाज से देखा जाए तो यह 1.5 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर परियोजना है।
मप्र को तीन नई रेल गाड़ियों की सौगात
रेल मंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश को जल्द ही तीन नई ट्रेनों की सौगात भी मिलने जा रही है। इनमें पहली ट्रेन रीवा-सतना-जबलपुर-पुणे, दूसरी ट्रेन जबलपुर से रायपुर वाया नैनपुर-गोंदिया और तीसरी ट्रेन ग्वालियर-भोपाल-पुणे-बंगलुरु शामिल हैं। दो महीने पहले नई दिल्ली से डॉ. अंबेडकर नगर (महू) के लिए नई ट्रेन सेवा शुरू हो चुकी है।
सिंहस्थ के लिए विकसित करेंगे रेल सुविधाएं
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि रेल मंत्रालय ने प्रदेश में प्रारंभ नई रेल परियोजनाओं से बड़ी संख्या में रेल उपयोगकर्ता लाभान्वित होंगे। विश्व धरोहर स्थल खजुराहो तक रेल कनेक्टिविटी बढ़ाने और सिंहस्थ-2028 की दृष्टि से छोटे-छोटे अंडरपास तैयार करना जरूरी है। रेल मंत्री ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त करते हुए कहा कि सिंहस्थ के भव्य आयोजन के लिए प्रयागराज की तर्ज पर उज्जैन तक रेल सुविधाओं का विकास कार्य होगा।
दो प्रांतों के लगभग बीस लाख नागरिक होंगे लाभान्वित
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडलीय आर्थिक मामलों की समिति ने बुधवार को मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के लिए 2 मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं की मंजूरी दी। परियोजना की अनुमानित लागत 3,399 करोड़ है। इन मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं के अंतर्गत रतलाम से नागदा के मध्य तीसरी और चौथी लाइन बिछाने का कार्य होगा। वहीं महाराष्ट्र में वर्धा से बल्हारशाह तक चौथी रेल लाइन बिछाई जाएगी। इन दोनों मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं के पूर्ण होने पर भारतीय रेल नेटवर्क में 176 किमी तक विस्तार होगा। करीब 784 गांवों के 19.74 लाख नागरिकों तक रेलवे संपर्क सुविधा पहुंचेगी।