राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह की सुहागिन महिलाओं की कलश यात्रा के साथ शुरुआत हो गई। यह कलश यात्रा सरयू नदी के संत तुलसी घाट से राम मंदिर तक निकाली गई। इसमें सैकड़ों महिलाएं और वैदिक विद्यार्थी शामिल रहे। इधर, प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में 25 नवंबर को श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भव्य ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां जोरों-शोरों से की जा रही हैं।
By: Arvind Mishra
Nov 21, 202510:04 AM

अयोध्या। स्टार समाचार वेब
राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह की सुहागिन महिलाओं की कलश यात्रा के साथ शुरुआत हो गई। यह कलश यात्रा सरयू नदी के संत तुलसी घाट से राम मंदिर तक निकाली गई। इसमें सैकड़ों महिलाएं और वैदिक विद्यार्थी शामिल रहे। इधर, प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में 25 नवंबर को श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भव्य ध्वजारोहण समारोह की तैयारियां जोरों-शोरों से की जा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समारोह में शामिल होंगे और उनके हाथों से पूरे विधि विधान के साथ राम मंदिर का ध्वजारोहण किया जाएगा। इस बीच समारोह के निमंत्रण कार्ड की पहली झलक भी सामने आ गई है। श्री राम जन्मभूमि मंदिर ध्वजारोहण समारोह का निमंत्रण पत्र बेहद सुंदर और पवित्र रंगों से राज हुआ हैं। ये वहीं कार्ड है जो इस भव्य समारोह में आने वाले गणमान्य मेहमानों को भेजा जा रहा है। ये निमंत्रण पत्र पीले और भगवा रंगों से सजा है। जिसमें प्रेषक के तौर पर श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट का नाम लिखा है।
निमंत्रण पत्र के पहले पन्ने पर नीचे की और राम मंदिर की तस्वीर लगी है और ऊपर की ओर श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट का प्रतीक चिन्ह है जिसमें सूर्य की किरणों के बीच भगवान राम की तस्वीर है। पत्र पर बड़े-बड़े शब्दों में ध्वजारोहण लिखा है। दूसरे पन्ने पर 25 नवंबर को होने वाले पूरे कार्यक्रम का ब्योहा है। जिसमें प्रवेश मार्ग से लेकर प्रवेश की समयावधि के बारे में बताया गया है।
तीसरे पेज पर समारोह के मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शामिल होने का जिक्र किया गया है।
वहीं दूसरी तरफ ध्वजारोहण समारोह को लेकर अयोध्या में बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। पूरी राम नगरी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। सड़कों पर भगवान राम की कथा से जुड़े चित्रों को उकेरा जा रहा है। अयोध्या नगरी अपनी प्राचीन भव्यता में तैयार की जा रही हैं। मंदिर के मुख्य शिखर पर ध्वज लगाने के लिए तकनीक और हस्तगत दोनों प्रणालियों को सुदृढ़ किया गया है।
राम मंदिर पर लहराने वाली पताका चमकदार केसरियां रंग और त्रिकोणीय आकार में होगी। इस पताका पर भगवान सूर्यदेव विराजमान होंगे और बीच में ऊँ भी बना होगा। इस अवसर पर पूरी अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत किया गया है। समारोह के दिन अन्य श्रद्धालुओं को आने से मना किया गया है।
कलश यात्रा में शामिल महिलाएं और वैदिक विद्यार्थी अपने हाथों में ध्वज लेकर चल रहे थे। ढोल, नगाड़े और शंख ध्वनि के बीच रामपथ पर निकली कलश यात्रा को देखने के लिए हजारों श्रद्धालु और स्थानीय नागरिक उमड़ पड़े। इसके पहले सरयू घाट पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डॉ. अनिल मिश्र और राम मंदिर के व्यवस्था प्रभारी गोपाल राव की मौजूदगी में वैदिक आचायार्ओं ने प्रायश्चित पूजन, वरुण पूजन और कलश पूजन समेत अन्य अनुष्ठान किया।