सावन मास के दूसरे सोमवार को देशभर के शिव मंदिरों में हर हर महादेव के गूंज सुनाई दी। रात से शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारे लगी रहीं। मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के पट रात 2.30 बजे खोले गए।
By: Arvind Mishra
Jul 21, 20255 hours ago
सावन मास के दूसरे सोमवार को देशभर के शिव मंदिरों में हर हर महादेव के गूंज सुनाई दी। रात से शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारे लगी रहीं। मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के पट रात 2.30 बजे खोले गए। श्रावण के दूसरे सोमवार पर भगवान महाकाल की विशेष भस्मारती हुई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने चलित भस्मारती के दर्शन किए। शहर के हरसिद्धि मंदिर, गढ़ कालिका मंदिर, काल भैरव मंदिर और मंगलनाथ मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। आज शाम को श्रावण के दूसरे सोमवार पर बाबा महाकाल की सवारी के दर्शन के लिए भी भक्त उज्जैन पहुंचे हैं। मप्र के खंडवा के ओंकारेश्वर में सुबह 5 बजे मंगला आरती हुई। ओंकार महाराज का फूलों से विशेष श्रृंगार किया गया। नैवेद्य में 56 भोग अर्पित किए गए। वहीं यूपी के काशी में विश्वनाथ धाम के कपाट भी रात 3 बजे खुल गए। सुबह 4 बजे बाबा की मंगला आरती हुई, जिसमें उन्हें स्वर्ण मुकुट पहनाया गया। राम नाम माला भी पहनाई गई। काशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर भक्तों की 5 किमी लंबी कतारें लगी रही। काशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर भक्तों की भारी भीड़ रही। इस दौरान सीईओ विश्व भूषण मिश्रा ने श्रद्धालुओं पर फूल बरसाए। मंदिर प्रबंधन ने दावा किया कि सुबह दस बजे तक बाबा विश्वनाथ के 1.50 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए हैं। 5 रास्तों से दर्शन कराया जा रहा है। मुख्य द्वार पर एलईडी लगाया गया है। जहां श्रद्धालु लाइव दर्शन कर पा रहे।
वहीं उत्तराखंड के हरिद्वार से गंगाजल लाने वाले कांवड़ियों की संख्या 3 करोड़ पार हो गई है। यहां हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत दूसरे राज्यों से कांवड़िए पहुंच रहे हैं। इधर, झारखंड के बाबा बैधनाथ मंदिर परिसर में करीब 5 लाख श्रद्धालु पहुंचे। रात से लेकर अभी तक 2.5 लाख कांवड़िए पहुंचे।
ओडिशा: ओडिशा में भुवनेश्वर के लिंगराज मंदिर में भक्तों की लंबी कतार लगी हुई है। सुबह से ही श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे।
राजस्थान: राजस्थान के जयपुर में स्थित झारखंड महादेव मंदिर में भक्तों ने भगवान शिव को जल चढ़ाया और पूजा-अर्चना की।
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में श्रावण मास का उल्लास छाया है। महाकाल मंदिर समिति द्वारा भगवान महाकाल के दर्शन करने आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या का निर्धारण हेडकाउंटिंग मशीन द्वारा किया जाता है। मंदिर से प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 जुलाई रविवार को तड़के 3 बजे भस्म आरती में 6 हजार 616 भक्तों ने चलायमान व्यवस्था से भगवान महाकाल की भस्म आरती के दर्शन किए। तड़के 4.30 बजे आरती संपन्न होने बाद आम दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ, जो रात 11 बजे मंदिर के पट बंद होने तक निरंतर चलता रहा। मंदिर प्रशासन की जानकारी के अनुसार तड़के 4.30 से शाम 6 बजे तक 2 लाख 21 हजार 737 भक्तों ने भगवान महाकाल के दर्शन कर लिए थे। इसके बाद रात 11 बजे पट बंद होने तक भक्तों की संख्या ढाई लाख को पार कर गई थी।