उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 636.24 अंक यानी 0.78 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,737.51 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, एक समय यह 798.66 अंक तक नीचे आ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 174.10 अंक यानी 0.70 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,542.50 अंक पर बंद हुआ।
By: Prafull tiwari
Jun 03, 20256:05 PM
मुंबई। भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 636 अंक टूटकर 81,000 अंक के नीचे आ गया। विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी और वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के बीच चौतरफा बिकवाली से बाजार नीचे आया। घरेलू शेयर बाजार में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही। निवेशकों ने ऊर्जा, वित्त और आईटी शेयरों में बिकवाली की।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 636.24 अंक यानी 0.78 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,737.51 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, एक समय यह 798.66 अंक तक नीचे आ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 174.10 अंक यानी 0.70 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,542.50 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में से 2,266 शेयरों में गिरावट आई जबकि 1,731 शेयरों में तेजी रही। 147 शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, मिले-जुले वैश्विक संकेतों, वैश्विक स्तर पर तनाव और कमजोर अमेरिकी डॉलर के साथ अस्थिर मुद्रा बाजार के बीच घरेलू बाजार में गिरावट रही। आरबीआई के नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद से रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों को छोड़कर सभी क्षेत्रों में मुनाफावसूली हुई। उन्होंने कहा, बेहतर आय वृद्धि और मूल्यांकन में कमी के कारण मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों में बड़ी कंपनियों की तुलना में अपेक्षाकृत कम गिरावट देखने को मिल रही है...। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में अदाणी पोर्ट्स में 2.42 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके अलावा, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), इंडसइंड बैंक, मारुति, टाटा कंसल्टेंसी र्सिवसेज और अल्ट्राटेक सीमेंट सबसे ज्यादा गिरावट में रहे।
केवल महिंद्राएंड महिंद्रा लाभ में रही। अदाणी समूह की 11 सूचीबद्ध कंपनियों में गिरावट दर्ज की गई। अदाणी समूह ने सोमवार को कहा कि वह अपने किसी भी बंदरगाह पर ईरान से आने वाले किसी भी माल या ईरान के किसी भी जहाज के रखरखाव में शामिल नहीं है। कंपनी ने इसमें जानबूझकर किसी भी रूप से शामिल होने की बात से इनकार किया है। समूह ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी किसी भी इकाई और ईरानी एलपीजी के बीच संबंधों की रिपोर्ट पूरी तरह से ‘निराधार और गलत’ है।