समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां 23 महीने के बाद जेल से रिहा हो गए हैं। उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल से उनकी रिहाई हुई है। आजम खान के खिलाफ दर्ज 72 मुकदमों में रिहाई के आदेश सीतापुर जेल को मिले थे। कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें रिहा किया गया है। उन्हें जेल से बाहर आने के बाद रिसीव करने के लिए बड़ी तादाद में समर्थकों हुजूम सीतापुर जेल के बाहर पहुंचा।
By: Arvind Mishra
Sep 23, 2025just now
लखनऊ। स्टार समाचार वेब
समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां 23 महीने के बाद जेल से रिहा हो गए हैं। उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल से उनकी रिहाई हुई है। आजम खान के खिलाफ दर्ज 72 मुकदमों में रिहाई के आदेश सीतापुर जेल को मिले थे। कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें रिहा किया गया है। उन्हें जेल से बाहर आने के बाद रिसीव करने के लिए बड़ी तादाद में समर्थकों हुजूम सीतापुर जेल के बाहर पहुंचा। दरअसल, जिला कारागार से मंगलवार दोपहर 12:20 बजे आजम खां आजाद किए गए। जिला कारागार से दो गाड़ियां बाहर आई। एक गाड़ी में आजम खां चार लोगों के साथ बैठे। इनमें उनके पुत्र अदीब, अब्दुल्ला, उनके प्रतिनिधि व दो अन्य लोग रहे। दूसरी गाड़ी में आजम खां का सामान रखा गया। यह वही सामान है, जो उनके साथ कारागार में था। इनमें उनकी किताबें, कपड़े व अन्य सामान शामिल है।
आजम खां की रिहाई को लेकर सुबह से ही एलआईयू की टीमें, ड्रोन टीम व पीएसी के जवान मुस्तैद रहे। एएसपी उत्तरी आलोक सिंह, प्रशिक्षु आईपीएस विनायक भोंसले, यातायात निरीक्षक फरीद अहमद व करीब आठ थानों की फोर्स मौजूद रही। जिला कारागार के सामने ओवर ब्रिज पर भी खड़े लोगों को पुलिस हटाती नजर आई। इसके पहले, रामपुर एमपी एमएलए कोर्ट में जुर्माना जमा होने के बाद आधिकारिक मेल जिला कारागार सीतापुर पहुंची। जिला कारागार ई मेल पहुंचने के बाद आजम खां रिहा हुए। 3 - 3 हजार के दो जुर्माने कोर्ट में जमा हुए।
आजम की रिहाई की खबर सुनकर मंगलवार सुबह 5 बजे से ही सपा के विधायक अनिल वर्मा, समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं के साथ रामपुर से आए आजम खां के समर्थक जुटने लगे। दिन चढ़ने के साथ जिला कारागार के बाहर कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ी तो एएसपी उत्तरी आलोक सिंह के साथ शहर कोतवाली, रामकोट, खैराबाद, बिसवां, सकरन व अन्य थानों की फोर्स बुलाई गई। इसी बीच सुबह करीब सवा सात बजे आजम खां के बेटे अदीब खां जिला कारागार पहुंचे। करीब 15 मिनट रुकने के बाद वह जेल से बाहर निकले। उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार किया। वह सपा के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के आवास पर चले गए।
आजम की रिहाई पर अखिलेश ने कहा कि उम्मीद है कि रामपुर में एक अधिकारी को एक्सटेंशन पर एक्टेंशन मिला है, वो अन्याय नहीं करेगा। खुशी का समय है। उम्मीद है कि उनके सभी मुकदमे खत्म होंगे। सपा सरकार बनने के बाद जितने भी झूठे मुकदमे लगे हैं, वो वापस लेंगे।