विरोध प्रदर्शनों, जनाक्रोश, हिंसा, गृह मंत्री
By: Sandeep malviya
May 21, 202517 hours ago
इस्लामाबाद । पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हालात बद से बदतर होते जा रहा है। वहीं प्रदर्शनकारियों के विरोध-प्रदर्शन के बाद शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा घटनाक्रम में नौशेह्रो फेरोज जिले में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में दो लोगों की मौत हो गई। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लांजार का घर जला दिया। यह घटना सिंध प्रांत के मोरो तालुका में नेशनल हाईवे पर हुई, जहां एक राष्ट्रवादी संगठन के कार्यकर्ता छह नहरों और कॉपोर्रेट खेती के खिलाफ धरना देने वाले थे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई और देखते ही देखते झड़प हिंसक हो गई।
घटनास्थल पर क्या हुआ?
एक स्थानीय समाचार पत्र के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में कम से कम दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई, जिनकी पहचान इरफान लाघारी और जाहिद लाघारी के रूप में हुई है। जबकि दोनों तरफ से कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इस दौरान एक पुलिसकर्मी के सिर से खून बहता देखा गया, जिसे अस्पताल में भी इलाज नहीं मिला और उसे बाहर निकाल दिया गया। इसके बाद गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने तीन ट्रकों में आग लगा दी, जिनमें एक तेल टैंकर भी था। कुछ ट्रकों से यूरिया की बोरियां लूट ली गईं, जिनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
गृह मंत्री के घर पर उतरा प्रदर्शनकारियों का गुस्सा
हिंसा बढ़ने के बाद गुस्साई भीड़ ने सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लांजार के घर पर हमला कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने घर के कमरों और फर्नीचर को जला दिया गया। एसी की बाहरी यूनिट को छत से नीचे फेंक दिया गया। हालात तब काबू में आए जब मंत्री के निजी सुरक्षाकर्मी पहुंचे और हवाई फायरिंग कर भीड़ को तितर-बितर किया। इस मौके पर जलते घर से उठता काला धुआं कई किलोमीटर दूर से नजर आया।
प्रदर्शन के कारण बाधित हुआ आवागमन
इस प्रदर्शन के चलते नेशनल हाईवे पर दोनों ओर का ट्रैफिक कई घंटों तक रुका रहा। इस दौरान एक पेट्रोल पंप के मैनेजर के कमरे में घुसकर नकदी भी लूटी गई। सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों को डंडों से मारते और गालियां देते नजर आ रहे हैं। वहीं, पुलिसकर्मी भी हवाई फायरिंग और आंसू गैस का इस्तेमाल करते दिखे।
पुलिस की कार्रवाई पर राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद नवाबशाह और सुक्कुर से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया ताकि हालात पर काबू पाया जा सके। वहीं कई राष्ट्रवादी दलों ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन पुलिस की ज्यादती के कारण हिंसक हो गया।