पाकिस्तान के बड़े नेता चौधरी अनवरुल हक ने कबूल किया है कि पाकिस्तान-समर्थित आतंकी समूह भारत में लाल किले से कश्मीर तक हमले कर रहे हैं। दिल्ली धमाके और पहलगाम हमले को उन्होंने जवाबी कार्रवाई बताया।
By: Sandeep malviya
Nov 19, 20255:47 PM
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के राष्ट्रपति और वरिष्ठ नेता चौधरी अनवरुल हक ने भारत के भीतर आतंकी हमलों में पाक-समर्थित संगठनों की भूमिका का खुलकर इकबाल कर बड़ा राजनीतिक भूचाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके से लेकर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले तक, भारत को निशाना बनाना पाकिस्तान की ओर से बदले की कार्रवाई थी।
एक वायरल वीडियो में हक ने दावा किया कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी मॉड्यूल ने 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए कार धमाके को अंजाम दिया, जिसमें 14 लोगों की मौत हुई। इस हमले का मास्टरमाइंड उमर उन नबी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े व्हाइट कॉलर नेटवर्क का हिस्सा बताया गया, जिसे फरीदाबाद में गिरफ्तार किया गया था।
इसलिए हो रहा भारत पर हमला
हक ने पहलगाम के बैसारन वैली में अप्रैल में हुए हमले का भी जिक्र किया, जिसमें 26 लोगों को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बलूचिस्तान में भारत की कथित दखल के बदले में भारतीय शहरों में हमले कर रहा है।
दिल्ली ब्लास्ट का जैश-ए-मोहम्मद कनेक्शन
लाल किले के पास ब्लास्ट को जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े मॉड्यूल से जोड़ा गया है, जिसे फरीदाबाद में आॅपरेट किया जा रहा था। जांच में सामने आया कि उमर उन नबी कई डॉक्टरों के नेटवर्क का हिस्सा था। ये अपने मेडिकल क्रेडेंशियल्स का इस्तेमाल रसायन और विस्फोटक सामग्री जुटाने में कर रहे थे।
यह मॉड्यूल लंबे समय से भारत में आतंकी गतिविधियों की योजना बना रहा था। हक ने अपने बयान में इस हमले पर तंज कसते हुए कहा कि भारत शायद अभी तक सभी शवों की गिनती भी नहीं कर पाया होगा, जो पाकिस्तान की ओर से हमलों को लेकर खुले तौर पर स्वीकार किया गया सबसे गंभीर बयान माना जा रहा है।
पाक नेता का बेशर्मी भरा बयान
अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। चौधरी अनवरुल हक ने इस हमले को भी पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई बताया। उन्होंने कहा कि अगर बलूचिस्तान को खून बहाओगे, तो हम भारत को लाल किले से लेकर कश्मीर के जंगलों तक चोट पहुंचाएंगे यह बयान पाकिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व की ओर से आतंकी ढांचे को खुले समर्थन और बढ़ावा देने का एक और बड़ा प्रमाण माना जा रहा है।
आत्मघाती हमले की योजना का खुलासा
भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने फरीदाबाद के जिस मॉड्यूल को पकड़ा है, वह 6 दिसंबर बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर बड़े आत्मघाती कार धमाके की योजना बना रहा था। इसे आॅपरेशन डी-6 नाम दिया गया था और इसमें नौ से 10 आतंकी शामिल थे। जांच में पता चला कि डॉ. उमर और डॉ. शाहीन शाहिद इस नेटवर्क को लीड कर रहे थे। शाहीन को जैश के लिए नए नाम जमात-उल-मोमिनीन के तहत महिलाओं का आतंकी विंग तैयार करने की जिम्मेदारी भी मिली थी। दिल्ली धमाके से लेकर आगे की योजनाओं तक, पूरा नेटवर्क भारत में बड़े पैमाने पर तबाही की साजिश रच रहा था।