31 दिसंबर 2025, बुधवार का विस्तृत पंचांग। जानें आज की तिथि, नक्षत्र, शुभ मुहूर्त (अभिजीत) और राहुकाल का समय। नए साल की पूर्व संध्या पर ग्रहों की स्थिति।
By: Star News
Dec 31, 20251:29 AM
धर्म डेस्क. स्टार समाचार वेब
वर्ष 2025 का अंतिम दिन आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। नए साल के स्वागत से पूर्व ग्रहों की स्थिति और नक्षत्रों का ज्ञान होना अत्यंत शुभ माना जाता है।
आज विक्रम संवत 2082 (राक्षस नाम संवत) का पौष मास चल रहा है। तिथि के अनुसार आज पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। आज का दिन बुधवार है, जो भगवान गणेश की आराधना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।
नक्षत्रों की गणना के अनुसार आज कृतिका नक्षत्र प्रभावी रहेगा, जो अग्नि तत्व का प्रतीक है। वहीं योग की बात करें तो आज साध्य योग बन रहा है, जिसे कार्यों की सफलता और सिद्धि के लिए बहुत शुभ माना जाता है। करण के रूप में आज बव और बालव का प्रभाव रहेगा।
आज सूर्योदय प्रातः 07:13 बजे होगा और सूर्यास्त संध्या 05:34 बजे होने की संभावना है। चंद्रमा की स्थिति पर गौर करें तो चंद्रोदय दोपहर 02:18 बजे होगा और चंद्रास्त अगले दिन तड़के 04:14 बजे होगा। वर्तमान में चंद्रमा वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं।
किसी भी मांगलिक कार्य या नई शुरुआत के लिए शुभ समय का चुनाव करना आवश्यक है। आज का विजय मुहूर्त दोपहर 02:08 से 02:50 तक रहेगा। अमृत काल शाम 06:15 से 07:55 तक रहेगा। चूँकि आज बुधवार है, अतः इस दिन अभिजीत मुहूर्त की उपस्थिति को लेकर ज्योतिषियों के विभिन्न मत होते हैं, सामान्यतः बुधवार को इसे टालने की सलाह दी जाती है।
ज्योतिष शास्त्र में राहुकाल को किसी भी शुभ कार्य के लिए वर्जित माना गया है। आज का राहुकाल दोपहर 12:24 से 01:41 तक रहेगा। इस अवधि में महत्वपूर्ण निर्णय लेने या नए अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने से बचना चाहिए। इसके साथ ही यमगण्ड काल सुबह 08:31 से 09:48 तक रहेगा।
बुधवार का दिन होने के कारण भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करना और 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का जाप करना आपके कार्यों में आने वाली बाधाओं को दूर करेगा। नए साल की पूर्व संध्या पर यह पंचांग आपके दिन की योजना बनाने में सहायक सिद्ध होगा।