भोपाल में आलमी तब्लीगी इज्तिमा 2025 का मौलाना साद साहब की भावुक 'दुआ-ए-खास' के साथ समापन हुआ। जानें इंसानियत और भाईचारे के संदेश, 12 लाख जायरीन की वापसी के लिए प्रशासन के ट्रैफिक और सुरक्षा इंतजाम।
By: Ajay Tiwari
Nov 17, 20254:44 PM
भोपाल. धर्म डेस्क, स्टार समाचार वेब
भोपाल में आयोजित होने वाले सालाना आलमी तब्लीगी इज्तिमा (2025) का समापन सोमवार को एक खास रूहानी माहौल में हुआ, जिसमें मौलाना साद साहब ने 'दुआ-ए-खास' कराई। लाखों की संख्या में मौजूद जायरीन इस भावुक दुआ में शामिल हुए।
इज्तिमा के समापन पर मौलाना साद साहब ने अल्लाह से इंसानियत पर रहम बरसाने और गुनाहों की माफी की गुजारिश की। उन्होंने अपने संदेश में इंसानियत को तवज्जो देने, आपसी मोहब्बत, भाईचारे और एक-दूसरे के साथ सद्भाव से रहने पर ज़ोर दिया।
उन्होंने खास तौर पर मुसलमानों के लिए दुआ करते हुए उन्हें हक (सत्य) पर कायम रहने की तौफीक, और उम्मत के दिलों में रहमत तथा नरमी पैदा करने की अरज की। मौलाना साद ने कहा कि हमें हजरत मोहम्मद साहब की सुन्नतों पर चलने वाला बना और हमारे सब्र को कुबूल फरमा।
अन्य दुआओं में, उन्होंने दीनी मदरसों की हिफाजत, सभी बीमारों की शिफा (स्वास्थ्य लाभ), और उन लोगों के लिए भी रहमत की गुजारिश की जिन पर नाहक (अकारण) मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उन्होंने दुआ की कि अल्लाह सबकी मुश्किलें आसान करे और अपनी रहमतें नाजिल फरमाए।
इज्तिमा प्रबंधन के अनुसार, इस साल इस धार्मिक आयोजन में लगभग 10 से 12 लाख जायरीन शामिल हुए। दुआ के बाद, अब यह लाखों की भीड़ अपने गंतव्यों की ओर लौट रही है।
इतनी बड़ी संख्या में लोगों की वापसी को देखते हुए, प्रशासन ने यातायात और सुरक्षा के लिए कड़े और व्यवस्थित इंतजाम किए हैं।
सुरक्षा और ट्रैफिक: इज्तिमा स्थल की ओर आने-जाने वाले मुख्य मार्गों पर पुलिस, होमगार्ड और ट्रैफिक स्टाफ की बड़ी संख्या में तैनाती की गई है।
व्यवस्था: भीड़ के सुचारु प्रबंधन के लिए रूट डायवर्जन, अतिरिक्त पार्किंग व्यवस्था, और पैदल चलने वालों के लिए व्यवस्थित मार्गों का निर्माण किया गया है।
परिवहन केंद्र: रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर जायरीन की सुविधा के लिए अतिरिक्त टिकट काउंटर, ATVM मशीनें, और सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई गई है।