इंदौर के पालदा इलाके में दिवाली की खुशियां मातम में बदल गईं। देर रात शराब पार्टी में हुए विवाद में लिस्टेड बदमाश राजा सोनकर (30) की उसके ही साथियों ने चाकू मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने मुख्य आरोपी वसीम और अन्य की तलाश शुरू की।
By: Ajay Tiwari
Oct 21, 2025just now
इंदौर। स्टार समाचार वेब.
खुशियों के पर्व दिवाली की रात इंदौर में एक खूनी वारदात से सनसनी फैल गई। सोमवार देर रात पालदा इलाके में एक शराब पार्टी विवाद के बाद हिंसक हो गई, जहां करीब 10 से 12 बदमाशों ने अपने ही दोस्त पर ताबड़तोड़ चाकू से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। मृतक की पहचान लिस्टेड बदमाश राजा सोनकर (30) के रूप में हुई है।
घटना आजाद नगर थाना क्षेत्र की है, जहां पालदा इलाके में एक निजी बस डिपो के पास गार्ड रूम के बाहर राजा सोनकर अपने कुछ साथियों के साथ शराब पी रहा था। पुलिस के अनुसार, इस दौरान किसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ, जो जल्द ही मारपीट में बदल गया और फिर मुख्य आरोपी वसीम और उसके साथियों ने राजा पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया।
गंभीर रूप से घायल राजा को परिजन तत्काल एमवाय अस्पताल ले गए, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस सनसनीखेज वारदात का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें चाकू लगने के बाद घायल राजा लड़खड़ाता हुआ उठने की नाकाम कोशिश करता दिख रहा है।
जिलाबदर की अवधि खत्म होने से पहले मौत
आजाद नगर थाना प्रभारी लोकेंद्र भदौरिया ने बताया कि मृतक राजा सोनकर पारसी मोहल्ला का रहने वाला था और संयोगितागंज थाने का लिस्टेड बदमाश था। उसके खिलाफ कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। कुछ समय पहले ही पुलिस ने उसे शहर से जिलाबदर किया था, जिसकी अवधि 10 नवंबर को समाप्त होने वाली थी। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, राजा ढोलक बजाने का काम करता था और दिवाली मनाने के लिए पुलिस की नज़र से बचकर दो दिन पहले ही अपने दोस्त के घर लौटा था।
पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया है और मुख्य आरोपी वसीम व उसके अन्य साथियों की तलाश में जुट गई है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयानों के आधार पर अन्य हमलावरों की पहचान कर रही है।
राजा के परिवार में उसकी पत्नी, एक बेटी, एक भाई और एक बहन हैं। पिता का पहले ही निधन हो चुका है। बताया जा रहा है कि राजा का अपनी बहन के ससुराल पक्ष से भी विवाद था और उसने कुछ समय पहले चाचा के बेटे की दुकान में तोड़फोड़ भी की थी, जिसके बाद उसे शहर से बाहर भेज दिया गया था। इस वारदात ने इलाके में दहशत फैला दी है और दिवाली की रात को मातम में बदल दिया है।