दिल्ली सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं पर बड़ा फैसला लेते हुए घोषणा की है कि अब आर्थिक मदद केवल वास्तविक ज़रूरतमंदों को ही दी जाएगी। जानें इस निर्णय का कारण, क्या होंगे नए पात्रता मानदंड और किन योजनाओं पर पड़ सकता है असर।
By: Ajay Tiwari
Oct 04, 20255:07 PM
नई दिल्ली: स्टार समाचार वेब.
दिल्ली सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं (Welfare Schemes) और विभिन्न प्रकार की आर्थिक सहायता (Financial Assistance) देने की प्रक्रिया को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। राजधानी में अब सरकारी मदद और सब्सिडी का लाभ केवल वास्तविक ज़रूरतमंदों (Only Genuine Beneficiaries) को ही दिया जाएगा।
इस फैसले का मुख्य उद्देश्य सरकारी खजाने पर अनावश्यक बोझ को कम करना और यह सुनिश्चित करना है कि सब्सिडी या सहायता राशि केवल उन लोगों तक पहुँचे जिन्हें इसकी वास्तव में आवश्यकता है।
सरकार का मानना है कि कई योजनाओं में ऐसे लोग भी लाभ ले रहे थे जिनकी आर्थिक स्थिति पहले से ही सुदृढ़ है। नए नियमों के तहत, एक सख्त स्क्रीनिंग प्रक्रिया अपनाई जाएगी जिसके माध्यम से लाभार्थियों की आर्थिक स्थिति, आय और पात्रता की गहन जाँच की जाएगी।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया, "यह कदम सरकारी संसाधनों के कुशल और न्यायसंगत उपयोग को सुनिश्चित करेगा। जो लोग आर्थिक रूप से सक्षम हैं, उन्हें धीरे-धीरे इन योजनाओं के दायरे से बाहर किया जाएगा, ताकि बचत की गई धनराशि को शिक्षा, स्वास्थ्य और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में लगाया जा सके।"
सख्त पात्रता मानदंड: सभी कल्याणकारी योजनाओं के लिए पात्रता के मानदंड (Eligibility Criteria) अब पहले से कहीं अधिक कठोर होंगे।
आय प्रमाण की जाँच: लाभार्थियों की आय और संपत्ति के प्रमाणों की डिजिटल रूप से और भौतिक रूप से दोनों तरह से जाँच की जाएगी।
योजनाओं की समीक्षा: सरकार उन सभी योजनाओं की व्यापक समीक्षा करेगी जिनमें आर्थिक सहायता या सब्सिडी दी जा रही है।
इस बड़े बदलाव का असर सीधे तौर पर बिजली सब्सिडी, राशन वितरण योजना, और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभार्थियों पर पड़ सकता है, हालांकि सरकार ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह नियम किस तारीख से और किन-किन योजनाओं पर लागू होगा।