New Year 2026 पर उज्जैन महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए दर्शन, भस्मार्ती, पार्किंग, सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाओं को लेकर व्यापक तैयारियां की गई हैं।
By: Ajay Tiwari
Dec 20, 20255:37 PM
धर्म डेस्क. स्टार समाचार वेब
नववर्ष 2026 के पहले दिन भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन के लिए उमड़ने वाली संभावित भारी भीड़ के लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। दर्शन व्यवस्था को सुगम, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए सामान्य दर्शन, भस्मार्ती दर्शन, लड्डू प्रसाद, पूछताछ केंद्र, पार्किंग, जूता स्टैंड, पेयजल, प्रकाश, सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाओं को लेकर कार्ययोजना तैयार की गई है।
मंदिर प्रबंधन के अनुसार श्रद्धालु चारधाम मंदिर पार्किंग से प्रवेश कर शक्ति पथ, त्रिवेणी संग्रहालय, नंदी द्वार और श्री महाकाल महालोक होते हुए मानसरोवर भवन, फैसिलिटी सेंटर-01 और नवीन टनल-01 के माध्यम से गणेश मंडपम पहुंचकर भगवान महाकाल के दर्शन करेंगे। दर्शन उपरांत श्रद्धालुओं को आपातकालीन निर्गम द्वार से बड़ा गणेश मंदिर और हरसिद्धि मंदिर तिराहा होते हुए पुनः चारधाम पार्किंग तक भेजा जाएगा। अत्यधिक भीड़ की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं को फैसिलिटी सेंटर-01 से सीधे कार्तिकेय मंडपम में प्रवेश दिया जाएगा और द्वार क्रमांक-10 अथवा निर्माल्य द्वार से बाहर निकाला जाएगा।
चलित भस्मार्ती दर्शन 25 दिसंबर 2025 से 5 जनवरी 2026 तक ऑनलाइन उपलब्ध रहेंगे, जबकि 31 दिसंबर को ऑफलाइन भस्मार्ती पंजीकरण बंद रहेगा। भस्मार्ती के दौरान श्रद्धालुओं को सुबह 4:15 बजे से कार्तिकेय मंडपम से चलित दर्शन की सुविधा दी जाएगी।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सम्पूर्ण दर्शन मार्ग, मंदिर परिसर, पार्किंग स्थल, जूता स्टैंड, लड्डू प्रसाद काउंटर और पेयजल केंद्रों पर दिशा-निर्देशन फ्लेक्स लगाए जाएंगे। लड्डू प्रसाद की सहज उपलब्धता के लिए बड़ा गणेश मंदिर और विक्रमादित्य टीले के समीप अतिरिक्त काउंटर भी स्थापित किए जाएंगे।
पूछताछ, सहायता और खोया-पाया केंद्र अस्थायी रूप से भारत स्काउट एवं गाइड के माध्यम से संचालित होंगे। सुरक्षा के मद्देनजर पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे निगरानी की जाएगी। 28 दिसंबर 2025 से 4 जनवरी 2026 तक अतिरिक्त पुलिस बल और कार्यपालिक दंडाधिकारियों की शिफ्टवार तैनाती रहेगी।
इसके अलावा, टेंट, बैरिकेडिंग, सतत विद्युत आपूर्ति, पेयजल, चिकित्सा दल, एंबुलेंस और ऑक्सीजन जैसी आवश्यक सुविधाएं 24x7 उपलब्ध रहेंगी। मंदिर परिसर और दर्शन पथ पर चल रहे सभी निर्माण कार्य 25 दिसंबर 2025 से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।