मध्य प्रदेश STF ने अनूपपुर के जंगलों में बड़ी कार्रवाई करते हुए ओडिशा से आ रहे ट्रक से 599 किलो गांजा जब्त किया है। लोहे के गुप्त केबिन में छिपाकर ले जाया जा रहा था नशा। 2 आरोपी गिरफ्तार
By: Ajay Tiwari
Dec 25, 20254:52 PM
अनूपपुर | स्टार समाचार वेब
मध्य प्रदेश में नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे “नशा से दूरी” अभियान के तहत स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। एसटीएफ जबलपुर की टीम ने अनूपपुर जिले के घने जंगलों में घेराबंदी कर ओडिशा से तस्करी कर लाया जा रहा 599 किलोग्राम गांजा जब्त किया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस खेप की अनुमानित कीमत लगभग 1 करोड़ 80 लाख रुपये बताई जा रही है।
तस्करों ने पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए ट्रक (संख्या JH 02BL 7103) के भीतर लोहे की चादरों से एक विशेष गुप्त केबिन तैयार किया था। यह कम्पार्टमेंट बाहर से पूरी तरह अदृश्य था। एसटीएफ ने सटीक सूचना के आधार पर छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश सीमा के पास जेतहरी थाना क्षेत्र के जंगली मार्ग पर ट्रक को रोका। सघन तलाशी के दौरान इस गुप्त हिस्से से गांजे के भारी पैकेट्स बरामद हुए। गांजे के साथ ही करीब 30 लाख रुपये की कीमत का ट्रक भी राजसात किया गया है।
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने ट्रक में सवार दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। गिरफ्तार किए लोगों में अंकित विश्वकर्मा निवासी जिला सीधी और धनंजय सिंह पटेल निवासी जिला सतना हैं। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि यह खेप ओडिशा के संबलपुर से मध्य प्रदेश के मैहर ले जाई जा रही थी। एसटीएफ अब इन आरोपियों से इस अवैध नेटवर्क के मुख्य सरगनाओं और स्थानीय विक्रेताओं के बारे में जानकारी जुटा रही है।
यह सफल ऑपरेशन पुलिस महानिदेशक श्री कैलाश मकवाणा और विशेष पुलिस महानिदेशक (STF) पंकज कुमार श्रीवास्तव के दिशा-निर्देशों पर अंजाम दिया गया। एसपी एसटीएफ जबलपुर, राजेश सिंह भदौरिया के नेतृत्व में गठित दो टीमों (डीएसपी संतोष कुमार तिवारी और निरीक्षक गणेश सिंह ठाकुर) ने इस चुनौतीपूर्ण भौगोलिक क्षेत्र में आरोपियों को दबोचा।
इस कार्रवाई में उप निरीक्षक गोपाल सूर्यवंशी, प्रधान आरक्षक निर्मल पटेल, संपूर्णानंद, अंजनी पाठक, विनय कोरी सहित आरक्षक मनीष तिवारी, निलेश दुबे, राहुल रजक, रूपेश राय और नारायण प्रसाद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मध्य प्रदेश पुलिस की इस कार्रवाई से नशा तस्करों के बीच हड़कंप मच गया है।