जानें 03 अक्टूबर 2025, शुक्रवार का दैनिक पंचांग। देखें तिथि (एकादशी), नक्षत्र (श्रवण), शुभ-अशुभ मुहूर्त, राहुकाल, दिशा शूल, और पापांकुशा एकादशी व्रत की संपूर्ण जानकारी। अपने दिन की शुरुआत शुभ समय जानकर करें।
By: Ajay Tiwari
Oct 03, 20251:13 AM
स्टार समाचार वेब. धर्म डेस्क
दिन और तिथि: 03 अक्टूबर 2025 को शुक्रवार है। यह दिन आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है, जिसे पापांकुशा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। एकादशी तिथि शाम लगभग 06 बजकर 33 मिनट तक रहेगी, जिसके बाद द्वादशी तिथि का आरंभ हो जाएगा।
मास, संवत और ऋतु:
हिन्दू मास: आश्विन
पक्ष: शुक्ल पक्ष
तिथि: एकादशी (पापांकुशा एकादशी)
विक्रम संवत: 2082 (कालयुक्त)
शक संवत: 1947
ऋतु: शरद
नक्षत्र और योग:
नक्षत्र: श्रवण नक्षत्र है, जो सुबह लगभग 09 बजकर 35 मिनट तक रहेगा, इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र का आरंभ होगा।
योग: धृति योग है, जो रात्रि लगभग 09 बजकर 46 मिनट तक रहेगा।
करण: सुबह लगभग 06 बजकर 57 मिनट तक वणिज करण रहेगा, जिसके बाद विष्टि (भद्रा) करण शुरू होगा और शाम लगभग 06 बजकर 33 मिनट तक रहेगा।
सूर्योदय: लगभग 06 बजकर 15 मिनट (प्रातः)
सूर्यास्त: लगभग 06 बजकर 06 मिनट (सायं)
चन्द्रोदय: लगभग 03 बजकर 46 मिनट (दोपहर)
चन्द्रास्त: अगले दिन भोर में लगभग 02 बजकर 56 मिनट तक
चंद्र राशि: चंद्रमा दिन भर मकर राशि में रहेंगे और रात्रि लगभग 09 बजकर 27 मिनट के बाद कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे।
सूर्य राशि: कन्या
शुभ मुहूर्त (शुभ कार्य के लिए सर्वोत्तम समय):
अभिजीत मुहूर्त: दिन में लगभग 11 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 34 मिनट तक।
सर्वार्थ सिद्धि योग: यह योग सुबह 06:15 से 09:34 मिनट तक रहेगा।
राहुकाल: सुबह लगभग 10 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 10 मिनट तक। इस समय कोई भी नया शुभ कार्य शुरू नहीं करना चाहिए।
यमगण्ड: दोपहर लगभग 03 बजकर 07 मिनट से शाम 04 बजकर 36 मिनट तक।
दिशा शूल: आज पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहेगा।
विशेष: 03 अक्टूबर को पापांकुशा एकादशी का व्रत रखा जाएगा।