सतना रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान एसडीजीएम ने मथुरा प्रसाद एंड सन्स की ट्राली में एक्सपायर्ड आईडी कार्ड पकड़ा। अधिकारियों को फटकार लगाई और डीजल खपत व कर्मचारियों की तैनाती पर सवाल उठाए।
By: Star News
Aug 23, 20253:08 PM
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
पश्चिम मध्य रेलवे जोन सतर्कता विभाग के एसडीजीएम एवं सीबीओ (वरिष्ठ उप प्रबंधक एवं सतर्कता) शुक्रवार को परख स्पेशल ट्रेन से सतना स्टेशन पहुंचे। स्टेशन में पहुंचते ही प्लेटफार्म क्र. दो- तीन में यात्रियों के खानपान की व्यवस्था के लिए संचालित स्टॉलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मथुरा प्रसाद एंड सन्स की एक ट्राली में स्टॉल संचालक के पास एक्सपायरी डेट का आईडी कार्ड मिला। इस मामले को लेकर एसडीजीएम ने कामर्शियल विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि जब पता है कि आईडी कार्ड अवैध होने वाले हैं तो उसे लेकर प्रक्रिया समय रहते दुरुस्त क्यों नहीं की गई? बताया गया कि एसडब्ल्यूआर रेल की आॅडिट टीम के अधिकारियों को लेकर एसडीजीएम सतना पहुंचे थे। आॅडिट टीम के अधिकारी निरीक्षण के लिए खजुराहो निकल गए और एसडीजीएम सतना स्टेशन में निरीक्षण के बाद वापस जबलपुर चले गए। निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीबीओ धनंजय कुमार, डिप्टी सीबीओ विवेक तिवारी एवं स्थानीय अधिकारियों ने स्टेशन प्रबंधक ए. मतीन, मुख्य वाणिज्य निरीक्षक मनोज कुमार, स्टेशन वाणिज्य प्रबंधक अवध गोपाल, मुख्य कार्मिक दल निरीक्षक ओपी यादव सहित अन्य अधिकारी -कर्मचारी मौजूद रहे।
कितनी गाड़ियों में भरते हैं डीजल, कितने लगे कर्मचारी, जताई हैरानी
बताया गया कि एसडीजीएम नीरज कुमार ने निरीक्षण के दौरान सतना स्टेशन में मौजूद इंडियन आॅयल कार्पोरेशन लिमि. के आॅयल डिपो द्वारा ट्रेनों में भरे जाने वाले डीजल से संबंधित जानकारी ली। एसडीजीएम ने सीसीओआर से पूछा कि ओएचई होने के बाद मौजूदा समय में कितनी गाड़ियों में भरा जाता है? इस पर सीसीओआर ने बताया कि एक दिन में 10 हजार लीटर डीजल की खपत होती है। इस पर एसडीजीएम ने पूछा कि कितने कर्मचारी इस कार्य में लगे हैं तो बताया गया कि 12 कर्मचारी तीन शिफ्ट में ड्यूटी करते हैं, यह जानकार एसडीजीएम ने हैरानी जताई कि आखिर इतने कम काम के लिए इतने कर्मचारी क्यों लगे हैं? उन्होंने इस मामले को लेकर जॉब एनालिसिस करने के निर्देश दिए। यह भी कहा कि काम ज्यादा नहीं है तो कर्मचारी घटा दिए जांए या फिर आॅयल कम्पनी ही अपने कर्मचारी रखे। हालांकि इस मामले को लेकर उन्होंने भी इसे अपने संज्ञान में लिया। बताया गया कि एसडीजीएम ने उचेहरा स्टेशन में भी निरीक्षण का कार्य किया था। प्लेटफार्म क्र. 2-3 में सफाई मशीनों को चलाने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।