NPCI के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2025 में UPI से ₹24.58 लाख करोड़ के 19 अरब से ज्यादा लेनदेन हुए। जानें पिछले 5 वर्षों में डिजिटल भुगतान की तूफानी वृद्धि और आंकड़े।
By: Ajay Tiwari
Dec 01, 202511:16 AM
बिजनेस डेस्क. स्टार समाचार वेब
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) डिजिटल लेनदेन के क्षेत्र में अपनी अभूतपूर्व गति बनाए हुए है। 28 नवंबर, 2025 तक, यूपीआई ने 19 अरब से अधिक लेनदेन दर्ज किए, जिनका कुल मूल्य ₹24.58 लाख करोड़ रहा। यह वृद्धि पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले काफी अहम है।
| विवरण | 28 नवंबर 2025 तक | 28 नवंबर 2024 तक | वृद्धि (Y-o-Y) |
| लेनदेन संख्या | 19 अरब से अधिक | 15.48 अरब | लगभग 23% |
| लेनदेन मूल्य | ₹24.58 लाख करोड़ | ₹21.55 लाख करोड़ | 14% |
इसके साथ ही नवंबर 2023 की तुलना में, लेनदेन की संख्या में 70 प्रतिशत से अधिक और मूल्य में 41 प्रतिशत से अधिक की भारी वृद्धि देखी गई है, जो इसकी विस्फोटक वृद्धि को दर्शाती है।
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एनपीसीआई के आंकड़े पिछले पांच वर्षों में यूपीआई के लगातार और शानदार प्रदर्शन को सामने रखने वाले हैं। नवंबर 2021 में, यूपीआई पर केवल 4.18 अरब लेनदेन हुए थे, जिनका मूल्य ₹7.68 लाख करोड़ था। नवंबर 2022 तक, लेनदेन की संख्या लगभग दोगुनी हो गई। 2021 से 2025 तक के रुझान बताते हैं कि यूपीआई लेनदेन की संख्या चार गुना से अधिक बढ़ गई है, जबकि कुल मूल्य में भी तीन गुना से अधिक की वृद्धि हुई है।
यह उल्लेखनीय वृद्धि भारत के डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र की रीढ़ के रूप में यूपीआई की मजबूत और केंद्रीय भूमिका को रेखांकित करती है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक (28 नवंबर तक), यूपीआई ने कुल 12.41 अरब लेनदेन पूरे किए हैं। इस अवधि के दौरान इसका औसत दैनिक लेनदेन मूल्य बढ़कर ₹91,324.77 करोड़ हो गया है, जबकि 2024-25 में इसी अवधि के लिए यह ₹71,839.58 करोड़ था। यह दैनिक आधार पर भी यूपीआई की बढ़ती लोकप्रियता और उपयोगिता को साबित करता है।