जानें 8 नवंबर को क्यों मनाया जाता है विश्व रेडियोग्राफी दिवस। विल्हेम रॉन्टगन की एक्स-रे खोज, रेडियोग्राफरों की भूमिका और इमेजिंग तकनीक के महत्व पर विस्तृत आलेख।
By: Ajay Tiwari
Nov 06, 202510:36 AM
फीचर डेस्क, स्टार समाचार वेब
हर साल 8 नवंबर को विश्व रेडियोग्राफी दिवस (World Radiography Day) मनाया जाता है। यह दिन चिकित्सा विज्ञान में एक्स-रे की असाधारण खोज और स्वास्थ्य सेवा में रेडियोग्राफरों की महत्वपूर्ण भूमिका का जश्न मनाता है। 8 नवंबर 1895 को ही जर्मन वैज्ञानिक विल्हेम कॉनराड रॉन्टगन (Wilhelm Conrad Röntgen) ने एक्स-रे की खोज की थी, जिसे चिकित्सा निदान और उपचार के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम माना जाता है। इस खोज ने मानव शरीर के आंतरिक रहस्यों को बिना चीर-फाड़ के देखने का द्वार खोल दिया, जिससे बीमारियों और चोटों का पता लगाना और उनका इलाज करना कहीं अधिक सटीक और प्रभावी हो गया।
रेडियोग्राफरों की भूमिका केवल एक्स-रे लेने तक सीमित नहीं है। वे चिकित्सा इमेजिंग की जटिल तकनीकों, जैसे सीटी स्कैन (CT Scan), एमआरआई (MRI), अल्ट्रासाउंड (Ultrasound), और पीईटी स्कैन (PET Scan) को संचालित करने में भी विशेषज्ञ होते हैं। ये पेशेवर डॉक्टर और रोगी के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करते हैं, उच्च-गुणवत्ता वाली इमेजिंग सुनिश्चित करते हैं जो चिकित्सकों को सही निदान तक पहुंचने में मदद करती है। कोविड-19 महामारी के दौरान, फेफड़ों की स्थिति का आकलन करने के लिए छाती के एक्स-रे और सीटी स्कैन की भूमिका ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे किसी भी आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का एक अभिन्न अंग हैं।
विश्व रेडियोग्राफी दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य आम जनता के बीच चिकित्सा इमेजिंग की अहमियत और रेडियोग्राफी पेशेवरों के योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह दिन स्वास्थ्य सेवा के इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में चल रहे नवाचारों और प्रगति को भी उजागर करता है। जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ रही है, रेडियोग्राफर अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डिजिटल इमेजिंग के साथ काम कर रहे हैं, जिससे निदान की सटीकता और गति में और सुधार आ रहा है। यह दिन चिकित्सा जगत के उन "अनसंग हीरोज" को सम्मान देने का अवसर प्रदान करता है, जो अपनी तकनीकी विशेषज्ञता और करुणा के माध्यम से हर दिन लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाते हैं।