विदिशा। पुलिस कंट्रोल रूम विदिशा में पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी की उपस्थिति में जिले के समस्त थाना कोर्ट मुंशी एवं न्यायालय कोर्ट मोहर्रिर की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।।बैठक में पुलिस अधीक्षक द्वारा थानावार स्थाई वारंट,समंस, गिरफ्तारी वारंट की तामीली,अपराधों के चालान की न्यायालय में प्रस्तुति तथा न्यायिक कार्यवाही में पुलिस की भूमिका की गहन समीक्षा की गई। बैठक में निम्न मुख्य निर्देश दिए गए कि चिन्हित एवं सनसनीखेज प्रकरणों में शत-प्रतिशत साक्ष्य प्रस्तुति सुनिश्चित कराई जाए। इसी प्रकार अन्य गंभीर अपराधों में भी साक्ष्य एवं साक्षी को समय पर प्रस्तुत किया जाए। न्यायालय से भेजे जाने वाले समंस एवं वारंट ऑफलाइन के बजाय ऑनलाइन माध्यम से भेजे जाएं। समंस वारंट का तामिली प्रतिशत बढ़ाया जाए। थानों द्वारा भेजे जाने वाले समंस/वारंट के त्वरित निष्पादन हेतु प्रत्येक थाना स्तर पर निष्पादन अधिकारी नियुक्त किया जाए। निष्पादन अधिकारी द्वारा समंस/वारंट की तामीली में पेशी दिनांक की प्रतीक्षा न करते हुए, प्राप्त होते ही तत्काल तामील कराई जाए एवं उसकी रिपोर्ट सीसीटीएनएस पोर्टल पर दर्ज की जाए। ऑनलाइन प्राप्त समंस/वारंट को अन्य थानों में स्थानांतरित न किया जाए जब तक ऐसा करना आवश्यक न हो। ई-समन/वारंट की समय से तामीली कराना अनिवार्य है। सभी कोर्ट मुंशी एवं मोहर्रिरों को निर्देशित किया गया कि न्यायिक प्रक्रिया में समयबद्धता, पारदर्शिता एवं प्रभावशीलता सुनिश्चित की जाए, जिससे न्यायालयीन कार्यों में पुलिस की कार्यकुशलता और सुदृढ़ हो सके। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रशांत चौबे, रक्षित निरीक्षक भूर सिंह चौहान सहित समस्त थानों के न्यायालय कोर्ट मुंशी एवं कोर्ट मोहर्रिर उपस्थित रहे।