नेपाल में सोशल मीडिया पर पाबंदी और भ्रष्टाचार के खिलाफ युवाओं के आंदोलन में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है और 600 से अधिक घायल हुए हैं। घायलों में पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी आरजू राणा भी शामिल हैं, जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की।
By: Sandeep malviya
Sep 10, 2025just now
काठमांडू। नेपाल में जेन-जेड समूह के नेतृत्व में दो दिन चले सरकार विरोधी हिंसक आंदोलन में 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि 600 से ज्यादा लोग घायल हो गए। पुलिस और अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
22 प्रदर्शनकारियों और तीन पुलिसकर्मियों की मौत
अधिकारियों ने बताया कि संसद भवन की इमारत के सामने विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 19 लोगों की मौत हुई, जिनमें अधिकांश युवक शामिल थे। नेपाल पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि काठमांडू के कोटेश्वर इलाके में मंगलवार को भीड़ के हमले में तीन पुलिस कर्मी भी मारे गए। इसके अलावा, कालीमाटी थाने में पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प में तीन प्रदर्शनकारी मारे गए। गृहमंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, इन प्रदर्शनों के दौरान कुल 633 लोग घायल हुए हैं।
पूर्व पीएम देउबा और उनकी पत्नी घायल
इस दौरान नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा और उनकी पत्नी व विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा भी प्रदर्शनकारियों के हमले में घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने उनके बुद्धनीलकंठ स्थित निवास में उन पर हमला किया। उनका अस्पताल में उपचार चल रहा है।
हिंसा रोकने के लिए लगाया गया कर्फ्यू
वहीं, नेपाल की सेना ने बुधवार को विरोध प्रदर्शनों की आड़ में संभावित हिंसा को रोकने के लिए देशव्यापी प्रतिबंधात्मक आदेश और कर्फ्यू लागू कर दिए। यह कदम बड़े पैमाने पर सरकारी विरोधी प्रदर्शनों के कारण प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के एक दिन बाद उठाया गया है।