26 नवंबर 2025 (बुधवार) का दैनिक पंचांग। तिथि, नक्षत्र (श्रवण), योग (वृद्धि), सूर्योदय, सूर्यास्त और राहुकाल का समय जानें। आज चंपा षष्ठी का पर्व है।
By: Star News
Nov 26, 20251:00 AM
धर्म डेस्क, स्टार समाचार वेब
26 नवंबर 2025, दिन बुधवार का यह पंचांग आपको तिथि, नक्षत्र, योग, करण, शुभ-अशुभ समय और अन्य महत्वपूर्ण खगोलीय गणनाओं की जानकारी देता है। किसी भी शुभ कार्य को आरंभ करने से पहले इन बातों पर विचार करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
सूर्योदय: 06:52 AM
सूर्यास्त: 05:23 PM
चन्द्रोदय: 11:40 AM (लगभग)
चन्द्रास्त: 10:33 PM (लगभग)
पंचांग हिंदू कैलेंडर के पाँच अंगों का संक्षिप्त विवरण है: तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण।
वार (दिन): बुधवार
तिथि:
षष्ठी (Shashthi) - अगले दिन 27 नवंबर को 12:01 AM (देर रात) तक रहेगी।
उसके उपरांत सप्तमी तिथि प्रारंभ होगी।
नक्षत्र:
श्रवण (Shravana) - अगले दिन 27 नवंबर को 01:33 AM (देर रात) तक रहेगा।
उसके उपरांत धनिष्ठा नक्षत्र प्रारंभ होगा।
योग:
वृद्धि (Vriddhi) - दोपहर 12:43 PM तक
उसके उपरांत ध्रुव (Dhruva) योग प्रारंभ होगा।
करण:
कौलव (Kaulava) - सुबह 11:33 AM तक
उसके उपरांत तैतिल (Taitila) - अगले दिन 27 नवंबर को 12:01 AM (देर रात) तक
सूर्य राशि: वृश्चिक (Vrishchika)
चंद्र राशि: मकर (Makara) (पूरे दिन और रात)
संवत्सर: कालयुक्त
विक्रम संवत: 2082
शक संवत: 1947
अयन: दक्षिणायन
ऋतु: हेमन्त (Hemant)
मास: मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष: शुक्ल पक्ष
शुभ समय में किए गए कार्य सफल होते हैं, जबकि अशुभ समय (जैसे राहुकाल) में शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है।
ब्रह्म मुहूर्त: 05:05 AM से 05:59 AM तक
अभिजीत मुहूर्त: यह मुहूर्त इस दिन उपलब्ध नहीं है।
विजय मुहूर्त: 01:54 PM से 02:36 PM तक
गोधूलि मुहूर्त: 05:22 PM से 05:49 PM तक
अमृत काल: 02:27 PM से 04:10 PM तक
रवि योग: पूरे दिन रहेगा (06:53 AM से अगले दिन 01:33 AM तक)
राहुकाल: 12:08 PM से 01:27 PM तक (इस समय में शुभ कार्य न करें)
यमगण्ड: 08:11 AM से 09:30 AM तक
गुलिक काल: 10:49 AM से 12:08 PM तक
दिशा शूल: उत्तर दिशा (यात्रा से बचें या दही खाकर यात्रा करें)
चंपा षष्ठी/स्कंद षष्ठी: मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को भगवान शिव के ज्येष्ठ पुत्र कार्तिकेय (मुरुगन) की पूजा की जाती है। इसे स्कंद षष्ठी या चंपा षष्ठी भी कहते हैं।