जानें 26 अक्टूबर 2025 (रविवार) का विस्तृत पंचांग, जिसमें तिथि, नक्षत्र, योग, करण, सूर्योदय-सूर्यास्त, चंद्रोदय-चंद्रास्त और राहुकाल के समय की सम्पूर्ण जानकारी दी गई है।
By: Star News
Oct 26, 20258 minutes ago
26 अक्टूबर 2025, दिन रविवार है। यह दिवस भारतीय पंचांग के अनुसार, विक्रम संवत 2082 और शक संवत 1947 (विश्वावसु) के अंतर्गत आता है। हिंदू मास कार्तिक (पूर्णिमांत और अमांत दोनों) का शुक्ल पक्ष चल रहा है।
तिथि:
आज शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है, जो अगले दिन 27 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 04 मिनट तक रहेगी।
पंचमी के उपरांत षष्ठी तिथि आरंभ होगी।
नक्षत्र:
आज ज्येष्ठा नक्षत्र है, जो सुबह 10 बजकर 46 मिनट तक रहेगा।
इसके बाद मूल नक्षत्र आरंभ होगा।
ज्येष्ठा नक्षत्र वृश्चिक राशि में आता है और मूल नक्षत्र धनु राशि में।
योग:
आज शोभन योग है, जो सुबह 06 बजकर 46 मिनट तक रहेगा।
इसके उपरांत अतिगण्ड योग आरंभ होगा।
करण:
प्रथम करण बव है, जो शाम 04 बजकर 58 मिनट तक रहेगा।
इसके बाद बालव करण आरंभ होगा, जो अगले दिन सुबह 06 बजकर 04 मिनट तक रहेगा।
बालव करण के बाद कौलव करण आरंभ होगा।
वार:
रविवार (यह वार सूर्य देव को समर्पित है।)
सूर्योदय: प्रातः 06 बजकर 29 मिनट पर।
सूर्यास्त: सायं 05 बजकर 41 मिनट पर।
चंद्र राशि: चंद्रमा आज सुबह 10 बजकर 46 मिनट तक वृश्चिक राशि में रहेगा। इसके बाद चंद्रमा धनु राशि में प्रवेश करेगा।
चंद्रोदय: सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर।
चंद्रास्त: सायं 08 बजकर 47 मिनट पर।
ऋतु: हेमंत।
शुभ कार्य करने से पहले इन मुहूर्तों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।
शुभ मुहूर्त:
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से दोपहर 02 बजकर 42 मिनट तक।
ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 04 बजकर 47 मिनट से सुबह 05 बजकर 38 मिनट तक।
अशुभ मुहूर्त:
राहुकाल: सायं 04 बजकर 17 मिनट से सायं 05 बजकर 41 मिनट तक। (इस दौरान कोई भी शुभ कार्य आरंभ करना वर्जित माना जाता है।)
दुष्ट मुहूर्त: सायं 04 बजकर 11 मिनट से सायं 04 बजकर 56 मिनट तक।
दिशा शूल:
आज के दिन पश्चिम दिशा में दिशा शूल रहेगा। यात्रा आवश्यक हो तो, घर से निकलने से पहले दलिया या घी खाकर निकलना शुभ माना जाता है।